बिहार के गया में स्थित विष्णुपद मंदिर में बिहार सरकार के एक मंत्री की इंट्री से विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, विष्णुपद मंदिर में शुरू से ही अहिंदुओं का प्रवेश वर्जित है। इसका बोर्ड भी वहां लगाया गया है। लेकिन बिहार सरकार के नए मंत्री इसराइल मंसूरी ने सीएम नीतीश कुमार के साथ ही प्रवेश कर लिया। न किसी ने उन्हें रोका और न ही वे खुद रुके। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री इसरायल मंसूरी गया जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं। सीएम की यात्रा के दौरान वे पूरे समय उनके साथ ही रहे।
क्षमा याचना के बाद गंगाजल से धोया
अहिंदू मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर में प्रवेश के बाद पूरे मंदिर प्रांगण का शुद्धिकरण गंगाजल से हुआ और फिर भगवान को भोग लगाया गया। इससे पहले मोहम्मद इसराइल मंसूरी मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ कि मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश किया। लेकिन दूसरी ओर मंदिर प्रबंधन इसको लेकर खुश नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सदियों की परंपरा टूटने पर पंडा समाज ने मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के समक्ष अपनी बात पूरी तल्खी के साथ रखी है। समिति के अध्यक्ष का कहना है कि इससे हमारी भावना को ठेस पहुंची है।
मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने नहीं किया प्रवेश
वैसे इस विजिट में बिहार सरकार के मुख्य सचिव आमिर सुहानी भी मुख्यमंत्री के साथ थे। वे भी अहिंदू हैं और उन्हें इस बात की जानकारी थी कि इस मंदिर में अहिंदुओं का प्रवेश नहीं है तो वे बाहर रुक गए। लेकिन इसराइल मंसूरी नीतीश कुमार के साथ गर्भगृह तक पहुंच गए। न तो उन्हें किसी ने बताया और न ही उन्हें रोका गया।