बिहार सरकार की परिवहन मंत्री शीला मंडल ने आज पटना में जदयू प्रदेश कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन, सुरक्षा उपायों और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्राओं पर विपक्ष के आरोपों को लेकर अपनी राय रखी। मंत्री ने बिहार में सड़कों और यातायात के विकास पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार की सड़कें खेतों जैसी लगती थीं, लेकिन आज सरकार के प्रयासों से बेहतरीन सड़कें और यातायात व्यवस्था तैयार हुई हैं।
प्रधानमंत्री अडानी के साथ भ्रष्टाचार में शामिल हैं… विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
उन्होंने लोगों से ट्रैफिक नियमों का पालन करने की अपील की और कहा कि सड़क सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है। मंत्री शीला मंडल ने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि बार-बार नियम तोड़ना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियम हमारी और आपकी सुरक्षा के लिए बनाए जाते हैं। यदि लोग नियम नहीं मानते हैं, तो इसका परिणाम गंभीर हो सकता है। मंत्री ने सुझाव दिया कि ट्रैफिक नियमों की पढ़ाई स्कूल स्तर से शुरू होनी चाहिए ताकि बच्चे बचपन से ही इनका पालन करना सीखें। उन्होंने लोगों से हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट का उपयोग करने की अपील की।
बिहार सिपाही भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा 9 दिसंबर से… जान लें सारा नियम
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विकास यात्रा पर विपक्ष के सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोपों पर मंत्री शीला मंडल ने पलटवार करते हुए कहा कि सीएम नीतीश जनता के करीब जाने और उनकी समस्याएं सुनने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री जी जब से बने हैं, तब से यात्राएं कर रहे हैं। जनता के साथ संवाद स्थापित करना उनकी प्राथमिकता है। मंत्री ने नीतीश कुमार की यात्राओं को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि ये यात्राएं आम जनता के साथ राज्य सरकार की सीधी बातचीत का माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि जब तक नेता जनता के करीब नहीं जाएंगे, उनकी समस्याओं को समझना संभव नहीं है।