पटना में 19 सितंबर को राजद कार्यालय के बाहर खड़ी गाड़ियों का चलान काटा गया। इस दौरान MLA और MLC तक की गाड़ियों को नहीं छोड़ा गया। ऐसे में आरजेडी विधायकों ने सवाल उठाते हुए कहा था कि ये एक्शन सिर्फ आरजेडी नेताओं पर क्यों की गयी? वहीं, बिहार सरकार में मंत्री सुमित सिंह ने इसका जवाब दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जांच टीम स्वतंत्र है।
मंत्री सुमित कुमार सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजद कार्यालय के बाहर खड़ी गाड़ियों के कटे चालान पर कहा कि यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए गाड़ियों का चलान काटा जाता है, इसे राजनीतिक प्रतिशोध की संज्ञा देना गलत होगा। मुद्दों के अभाव में राजद नीतीश सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है। जांच टीम अपना कार्य करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है।
बता दें कि पटना के ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान 19 सितंबर को राजधानी की सड़कों पर एक्शन में दिखे। उन्होंने आरजेडी कार्यालय पहुंचे कई आरजेडी नेताओं की गाड़ियों का चालान काटा। ट्रैफिक पुलिस की इस कार्रवाई के बाद आरजेडी कार्यालय के बाहर अफरा-तफरी मच गई और आरजेडी नेता में काफी गुस्से में दिखे। वहीं ट्रैफिक एसपी ने कहा कि कानून सबके लिए है और कानून इन माननीयों ने ही बनाया है। इसलिए गाड़ी किसी की भी हो, नियम तोड़ने वालों का चालान तो कटेगा ही।