सारण जिले में आज तीन युवक मॉब लिंचिंग का शिकार हो गये। जिसमें एक युवक की मौत जहां स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने के क्रम में हो गई। वही दूसरे युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि एक युवक को गंभीर स्थिति में स्वास्थ्य केंद्र से छपरा सदर अस्पताल और उसके बाद वहां से भी बेहतर चिकित्सा के लिए उसे पीएमसीएच रेफर किया जा चुका है। मामला छपरा जिले के मांझी थाना अंतर्गत मुबारकपुर गांव की है। जहां पूर्व के विवाद को लेकर मुखिया प्रतिनिधि के द्वारा मॉब एकत्रित कर तीन युवकों को मॉब लिंचिंग का शिकार बना दिया गया।
ये है पूरी घटना
मॉब लिंचिंग का शिकार बने युवक भी मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव निवासी ही हैं। जिनमें मृतक की पहचान जयप्रकाश सिंह के पुत्र अमितेश कुमार सिंह एवं उदय नारायण सिंह के 25 वर्षीय पुत्र आलोक कुमार सिंह उर्फ विक्की है के रूप में की गई है। वही जिंदगी और मौत से जूझ रहे युवक की पहचान संजय सिंह के 22 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार सिंह के रूप में हुई है। इन तीनों का कोई आपराधिक इतिहास ज्ञात नहीं है।
बता दें कि मांझी थाना क्षेत्र के मुबारक गांव निवासी मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव के द्वारा यह बात फैलाई गई कि उनके ऊपर मॉब लिंचिंग के शिकार तीनों युवक हत्या की नीयत से फायरिंग कर रहे थे और उनके द्वारा अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तीनों को पकड़कर अपने मुर्गी फार्म बंद किया गया था। जहां तीनों युवक मॉब लिंचिंग का शिकार हुए। लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि जिस जगह पर मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव का दावा कर रहे हैं, वहां से एक भी हथियार बरामद नहीं की गई है। जिस कारण मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव संदेह के दायरे में हैं।
जांच में जुटी पुलिस
इस घटना के बाद जहां गांव में तनाव की स्थिति है। वही पुलिस भी मामले की तह तक जाने के लिए जांच में जुट गई है। इस मामले में सारण एसपी गौरव मंगला ने बताया कि पूरा मामला पुलिस के संज्ञान में है फिलहाल पुलिस इस घटनाक्रम के सभी बिंदुओं की बारीकी से जांच कर रही है. जिसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी