अर्जुन-अभिमन्यु, पांडव-कौरव भले द्वापर युग के खिलाड़ी हों। कलयुग में भी ये राजनीति के मैदान में अनायास दिख जाते हैं। युद्ध छोटा हो या बड़ा, कलयुग में जीतने वाला खुद की तुलना पांडवों से कर देता है। यही काम बिहार भाजपा के नेता कर रहे हैं। दरअसल, भाजपा ने कुढ़नी के उपचुनाव को ही महाभारत का रण बता दिया है। आगे 2024 के लोकसभा चुनाव को कौन सी संज्ञा भाजपा के नेता देंगे, ये आने वाला वक्त बताएगा।
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सुमो बन गए ‘अभिमन्यु‘
बिहार के कुढ़नी उपचुनाव में जीत से भाजपा के हौसले बुलंद हैं। बिहार भाजपा के तमाम नेता महागठबंधन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ताबड़तोड़ बयानों के गोले दाग रहे हैं। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज एक बार फिर नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला है। भाजपा की तुलना महाभारत के अभिमन्यु से करते हुए उन्होंने कहा कि BJP ने सात दलों का चक्रव्यूह तोड़कर कुढ़नी में जीत हासिल की है। वहीं उन्होंने नीतीश कुमार और ललन सिंह को हार की जिम्मेदारी लेने की जिम्मेदारी भी दे दी है।
तेजस्वी को सत्ता सौंप, आश्रम जाएं नीतीश
मोकामा उपचुनाव की चर्चा छोड़कर कुढ़नी और गोपालगंज के बारे में सुशील मोदी ने कहा कि दोनों चुनाव भाजपा ने सात दलों का चक्रव्यूह तोड़कर कर स्वयं को आधुनिक अभिमन्यु सिद्ध किया है। यह बिहार में बड़े बदलाव का साफ संकेत है। नीतीश कुमार कुढ़नी में अपनी जाति का वोट भी पार्टी को नहीं दिलवा सके। उनकी सभाएं बेअसर रहीं। सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू अध्यक्ष ललन सिंह, दोनों को कुढ़नी में हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। साथ ही तेजस्वी यादव को सत्ता सौंप कर नीतीश कुमार को शिवानंद तिवारी के आश्रम में चले जाना चाहिए। नीतीश कुमार का जनाधार खत्म हो चुका है। उन्हें अब जदयू का राजद में विलय भी जल्द ही कर देना चाहिए।