बिहार में मॉनसून का रुख किसानों के लिए चिंता पैदा करने वाला है। जून, जुलाई और अगस्त के खत्म होने के बाद मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अब तक राज्य में सामान्य बारिश तक नहीं हुई है, उल्टे 25 फीसदी कम ही हुई है।
बात अगर बारिश की करें तो पटना समेत कई जिलों में पिछले दो दिन से ये हाल है कि बारिश होते-होते रह जा रही है। पारा ऊपर चढ़ने से लोगों को एक बार फिर से गर्मी का अहसास हो रहा है। हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक कुछ जिलों में बारिश की संभावना है। लेकिन इस लिस्ट में कई जिलों का नाम नहीं है। यही सबसे यक्ष प्रश्न है।
28 अगस्त को पटना में एकाध इलाकों में झमाझम बारिश हुई लेकिन इसका दायरा बहुत ज्यादा नहीं था। पटना के भुसौला मोड़ (फुलवारी थाना इलाका) से सिमरा-बादीपुर तक तेज बारिश हुई। लेकिन इसके आगे-पीछे बारिश का नामोनिशान तक नहीं था। खासतौर पर पूर्वी पटना में बारिश की एक बूंद तक नहीं गिरी। वहीं रविवार की सुबह साढ़े 6 बजे तक बादलों के डेरा डाल देने से पटना में ठंडी हवाएं तो चलीं लेकिन बारिश का कोई पता नहीं था।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अभी पटना में बारिश की बहुत तगड़ी संभावना दिख भी नहीं रही। वहीं रविवार की सुबह-सुबह पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने तीन जिलो में बारिश का अलर्ट जारी किया। मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी जिले के कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश होने के प्रबल आसार हैं। इसके अलावा राज्य के उत्तर पश्चिम, उत्तर मध्य और दक्षिण-पश्चिम भागों के एक या दो स्थान पर मेघगर्जन / वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इसके बाद सात सितंबर तक के लिए मौसम विभाग की कोई चेतावनी नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून की अक्षीय रेखा भी अभी बिहार के आसपास नहीं है। ऐसे में फिलहाल जोरदार बारिश की उम्मीद न के बराबर है। हालांकि 5 सितंबर को पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सारण, सिवान, गोपालगंज, भोजपुर, बक्सर, भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद और अरवल में अनेक स्थानों पर बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है