बिहार में मॉनसून की शुरुआत में देरी हो रही है। मॉनसून के आगमन की निर्धारित तिथि 15 जून थी, लेकिन अब तक यह बिहार में प्रवेश नहीं कर पाया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मॉनसून के 20 जून को बिहार में प्रवेश करने की संभावना है।
मॉनसून की देरी का कारण मौसमी गतिविधियों और सिस्टम का सक्रिय न होना है। 31 मई से मानसून की एक शाखा पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर में पिछले 17 दिनों से स्थिर है।
हालांकि, दक्षिण-पूर्वी बिहार से असम तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है और साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी बना हुआ है। इसकी वजह से विशेषकर पूर्वी भारत में कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन और तेज हवा के साथ बारिश की संभावना है।
इस बीच, बिहार में गर्मी का प्रकोप जारी है। अगले तीन दिनों तक राज्य के दक्षिण-पश्चिमी इलाके के लिए गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। दक्षिण-मध्य और दक्षिण-पूर्व इलाकों के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया गया है।
इस प्रकार, बिहार में पूर्वी हिस्से में हल्की बारिश और पश्चिमी हिस्से में भयावह लू की स्थिति बनी हुई है। विशेष रूप से गया, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, पटना, नालंदा, जुमई, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय आदि जिलों में घातक लू चलने की संभावना बनी हुई है। यह उम्मीद की जाती है कि 20 जून को मॉनसून के बिहार में प्रवेश करने के बाद बारिश होने की संभावना है, राज्य में मौसम में सुधार होगा और लू से लोगों को राहत मिलेगी।
- मॉनसून के बिहार में प्रवेश करने की निर्धारित तिथि 15 जून थी।
- मौसम विभाग के अनुसार, अब मॉनसून के 20 जून को बिहार में प्रवेश करने की संभावना है।
- मॉनसून की देरी का कारण मौसमी गतिविधियों और सिस्टम का सक्रिय न होना है।
- बिहार में अभी भी गर्मी का प्रकोप जारी है।
- मॉनसून के 20 जून को बिहार में प्रवेश करने के बाद, राज्य में मौसम में सुधार होने की उम्मीद है।