बिहार में मानसून एक बार फिर से अपना मिजाज़ बदल गया है। राजधानी पटना समेत पूरे राज्य में मानसून कमजोर पड़ गया है। अगले दो दिनों तक प्रदेश में कहीं भी अच्छी बारिश होने की संभावना कम है। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि स्थानीय परिस्थितियों के चलते कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
मानसून कमजोर होने का खामियाजा भुगत रहे किसान:
बारिश में कमी का सबसे ज्यादा असर कृषि कार्यों पर पड़ रहा है। खासकर, राज्य के गैर-सिंचित इलाकों में धान की रोपाई का काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। वहीं, नहर वाली जगहों पर भी किसान किसी तरह से धान की रोपाई कर रहे हैं।
कब राहत मिलने की उम्मीद?
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले दो दिनों बाद मानसून के फिर से सक्रिय होने की संभावना है। उसके बाद ही राज्य में अच्छी बारिश होने का अनुमान है।
गर्मी और उमस से लोगों का बुरा हाल:
मानसून कमजोर पड़ने के बावजूद गर्मी और उमस का सितम जारी है। राजधानी पटना में शनिवार को अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को भी राजधानी में तापमान बढ़ने का ही अनुमान है।
राज्य में कहाँ रही सबसे ज्यादा गर्मी?
फिलहाल औरंगाबाद राज्य का सबसे गर्म इलाका बना हुआ है, जहां अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कम से कम तापमान कहाँ रहा?
वहीं, वाल्मीकिनगर में सबसे कम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आर्द्रता का प्रकोप:
राजधानी पटना में शनिवार को आर्द्रता का स्तर 30.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
लोगों की परेशानी:
गर्मी और उमस के चलते लोगों का जीना मुहाल हो गया है। दिन भर लोग पसीने से तरबतर रहते हैं। पंखे चलाने के बावजूद भी गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है।