मानसून सीजन शुरू हुए लगभग दो महीने बीत जाने के बाद भी बिहार, खासकर पटना में बारिश की स्थिति काफी निराशाजनक है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में औसत से 35 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। पिछले 12 दिनों से मानसून की गतिविधियां कमजोर होने के कारण अधिकांश जिलों में अच्छी बारिश नहीं हो पाई है।
इससे राज्य में खेती-किसानी पर बुरा असर पड़ रहा है। कई जिलों में सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। दिन के तापमान में बढ़ोतरी और नमी वाली हवाओं के कारण लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं। राज्य के लोगों को अभी अच्छी बारिश के लिए इंतजार करना होगा।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए राज्य के 25 जिलों में छिटपुट बारिश और गरज-चमक की संभावना जताई है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। बाकी जिलों में बादल छाए रहने और उमस भरी गर्मी की स्थिति बनी रहने की संभावना है।
पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश सहरसा के सतार कटैया में 19.0 मिमी दर्ज की गई। राज्य के 11 जिलों में हल्की बारिश हुई है। कम बारिश के कारण अधिकतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है। पटना में सोमवार को तापमान सामान्य से 4.1 डिग्री अधिक रहकर 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि दरभंगा और गोपालगंज में सर्वाधिक 40 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पटना, भभुआ, दरभंगा, मधेपुरा, सहरसा, समस्तीपुर, सारण और वैशाली में औसत से 50 फीसदी कम बारिश हुई है। वहीं बक्सर, जहानाबाद, कटिहार, लखीसराय, नालंदा, शेखपुरा और समस्तीपुर में 30 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। राज्य में अनियमित बारिश के कारण धान की रोपाई प्रभावित हो रही है।