बिहार के मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता हरि सहनी ने आज साफ कहा कि वीआईपी के संस्थापक मुकेश सहनी के महागठबंधन में जाने से एनडीए को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता जाति -पाती की राजनीति झेलते – झेलते ऊब चुकी है। इस दौर में यहां की जनता जंगलराज को भी देख ली है , ऐसे में मेरा मानना है कि अब यहाँ की जनता जातिवादी नहीं बल्कि विकासवाद और राष्ट्रवाद की बात करेगी। इस स्थिति में जब विकासवाद और राष्ट्रवाद की बात होती है तो नरेंद्र मोदी के अलावा कोई और नाम नही दिखता है।
भाजपा मीडिया सेंटर में आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री सहनी ने वीआईपी के नेता मुकेश सहनी पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी खास व्यक्ति के किसी खास व्यक्ति के साथ जाने से एनडीए को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि जब इन्हें समाज के लिए कुछ करने का समय मिला था, तब तो उसने कुछ नहीं किया, अब क्या करेंगे। इनके पास मछुआ समाज को बताने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है। भाजपा तो मछुआ समाज के उत्थान के लिए चिंतन करती है।
उन्होंने वीआईपी के नेता को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये समाज के नाम पर सहयोग लेते हैं लेकिन, व्यक्तिगत भावना से जीते हैं, इसकारण उनके कहीं जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जो बोलते हैं वह करते हैं। बिहार में मछुआ आयोग का गठन किया तो मत्स्य संपदा योजना से मछुआ समाज के विकास के कई काम किये गए। आज पूरा समाज एनडीए और मोदी जी के साथ है।
पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश मे इतने वर्षों तक सत्ता में रही, लेकिन मछुआ समाज के लिए कुछ नहीं कर सकी जबकि भाजपा ने राजनीति में भागीदारी दी। जब पिछड़ा आयोग के अध्य्क्ष बनाने की बात आई तो निषाद के बेटे को आगे किया गया। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों के लिए कुछ करने के लिये मंशा और नियत साफ होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजनीति करने के लिए लोग कुछ भी बोल सकते हैं लेकिन दावा है कि मोदी सरकार में सबसे अधिक लोगों को रोजगार दिया गया, यह विरोध में बोलने वाले भी मानेंगे। आज जनमानस का विचार मोदी हैं। इस प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया संयोजक दानिश इकबाल, प्रवक्ता जयराम विप्लव, राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट धनन्जय गिरी और रणवीर सिंह उपस्थित रहे।