Muzaffarpur News भू-हादबंदी से मिली तीन डिसमिल जमीन पर दाखिल कब्जा को लेकर बिंदालाल गुप्ता पिछले चार सालों से अंचल से लेकर जिला के संबंधित कार्यालय का चक्कर लगा रहे थे. चक्कर लगाते-लगाते जब वे परेशान हो गए और 05 जुलाई (शु्करवार) को उन्होंने आत्म दाह करने का प्रयास किया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसकी सूचना मिलने पर आस पास के आक्रोशित लोग शव को बीच सड़क पर रखकर कांटी पुराना चौक पर रखकर आवागमन बाधित कर दिया. एसडीओ पश्चिमी बृजेश कुमार के जमीन देने के लिखित आश्वासन व स्थानीय बुद्धिजीवियों के समझाने बुझाने पर शव को दाह संस्कार के लिए ले जाया गया. परिजन के साथ लोग इतने आक्रोशित थे कि पुलिस प्रशासन को श्मशान घाट तक साथ में जाना पड़ा.
क्या है मामला…
कांटी कस्बा निवासी बिंदालाल गुप्ता तीन डिसमिल जमीन पर दाखिल कब्जा को लेकर पिछले चार सालों से अंचल से लेकर जिला के संबंधित कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते परेशान हो चुके थे. परिजनों के अनुसार जनता दरबार में फरियाद करने पर डीसीएलआर पश्चिम के आदेश पर उक्त जमीन की जांच पड़ताल की गयी थी. जांच में सही पाए जाने पर डीसीएलआर पश्चिम ने कांटी सीओ को दाखिल कब्जा कराने का आदेश भी दिया था. परंतु कांटी के तात्कालीन सीओ ने आदेश की अवहेलना करते हुए कुछ लोगों के साथ मिलकर दाखिल कब्जा नहीं होने दिया था. पिछले शुक्रवार को बिंदालाल साह समस्या के समाधान का फैसला लेकर घर से निकले थे. इसकी गवाही उसके पास मिले आत्मदाह की पर्ची देती है जिसमें डीएम से न्याय की मांग की गयी थी अथवा आत्मदाह की बात लिखी गई थी. न्याय नहीं मिलता देख शुक्रवार को समाहरणालय परिसर में ही बिंदालाल गुप्ता ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क आत्महत्या करने की कोशिश की. परंतु आसपास मौजूद लोगों ने देखते ही उनको बचाने का प्रयास किया. बिंदालाल गुप्ता को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया. वहां से प्राथमिक उपचार के बाद एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया. एसकेएमसीएच में पिछले छह दिनों से जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहे बिंदालाल गुप्ता बुधवार की रात जिंदगी का जंग हार गये.
एसडीओ ने दूसरी जगह जमीन देने का दिया आश्वासन
पुत्र मुन्ना गुप्ता ने बताया कि एसडीएम पश्चिमी बृजेश कुमार ने उक्त जमीन के बदले दूसरी जगह जमीन देने का लिखित आश्वासन दिया है. साथ ही उसके पिता को आत्महत्या करने पर मजबूर करने वाले लोगों पर दिए गए आवेदन के आधार पर कार्रवाई करने का भी आश्वासन मिला है. नामजद लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी भी कर रही है. कुछ परिजनों ने बताया कि मृतक ने मरने से पूर्व दिए गए अपने बयान में एक प्रशासनिक अधिकारी का भी नाम बताया था. परिजनों ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन द्वारा उनके परिवार को न्याय नहीं मिला तो हमलोग आगे भी आत्मदाह करने पर विवश हो जायेंगे. मौके पर एसडीओ पश्चिमी बृजेश कुमार के साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे.