पटनाः जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मौलाना गुलाम रसूल बलियावी और हर्षवर्धन सिंह को तत्काल प्रभाव से जनता दल (यूनाइटेड) का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है। इसकी जानकारी जदयू की ओर से दी गई है। असल में पिछले दिनों मुजफ्फरपुर में जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन में ललन सिंह के बयान के बाद पार्टी के नेता असहज हैं। लेकिन अब नीतीश कुमार ने गुलाम रसूल बलियावी को बड़ी जिम्मेदारी देकर अल्पसंख्यक समाज के बीच एक मैसेज देने की कोशिश की है।
बता दें कि बलियावी पहले भी जेडीयू में इस पद पर रह चुके हैं, लेकिन नई कमेटी के गठन के दौरान उन्हें साइडलाइन कर दिया गया था। अब एक बार फिर से उनको पुरानी जिम्मेदारी संभालने को दी गई है। जेडीयू महासचिव आफाक अहमद खान की ओर से जारी एक आधिकारिक पत्र में गुलाम रसूल बलियावी की नियुक्ति की पुष्टि की गई। गुलाम रसूल बलियावी जेडीयू पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभाते रहे हैं। वहीं, हर्षवर्धन सिंह भी पहले पार्टी के प्रमुख पदों पर रह चुके हैं और वह राजपूत जाति के कद्दावर नेताओं में शुमार हैं।
बिहार विधानसभा में विपक्ष का हंगामा… सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित
ललन सिंह ने क्या बोला था?
ललन सिंह ने जेडीयू कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि लालू-राबड़ी राज में मुसलमानों की स्थिति कैसी थी, सब लोग जानते हैं। वहीं आज तस्वीर बदल गई है। मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यक समाज के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं लेकिन इसके बावजूद अल्पसंख्यक समाज नीतीश कुमार को वोट नहीं करते। जिस पार्टी को मुसलमान वोट करते हैं, उसने अल्पसंख्यकों के लिए कुछ भी नहीं किया।