नवादा के बड़ी दरगाह, शेख टोली के मोहम्मद तौसीफ रसूल को भारतीय नेशनल टीम का हिस्सा बनाया गया है। तौसीफ पहली बार भारतीय हैंडबॉल टीम में शामिल होकर अम्मान, जॉर्डन खेलने जाएगा। जहां 14 से 26 जुलाई तक आयोजित 18वीं जूनियर एशियन पुरुष हैंडबॉल चैंपियनशिप होने वाला है। तौसीफ बिहार का एकमात्र खिलाड़ी है जो भारतीय टीम में शामिल हुआ है।
पिता को खोने के बाद खेल के लिए हुआ समर्पित
पिता को खोने के बाद तौसीफ ने जब से होश संभाला, पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी चुना। राष्ट्रीय कोच और रेफरी संतोष कुमार वर्मा बताते हैं कि नवादा के हरिशचंद्र स्टेडियम में लगातार तीन वर्षों तक प्रेक्टिस की। इसके बाद बिहार सरकार द्वारा पटना में चलाए जा रहे एकलव्य ट्रेनिंग सेंटर में उनका चयन हुआ और लगातार खेल जारी रखा। पिछले वर्ष 2023 में उनका चयन भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे खेल की सबसे बड़ी सरकारी संस्था भारतीय खेल प्राधिकरण सेंटर में हुआ। यहां उन्हें रहने, खाने, पढ़ने और कोच की सुविधा बिल्कुल मुफ्त मिल रही है। इसी दौरान उनका चयन भारतीय टीम में किया गया।
जीजा और भाई का सहयोग
तौसीफ रसूल बताते हैं कि पिता के नहीं रहने के बाद भी उनके इस मुकाम पर पहुंचने में उनके जीजा साबिर हुसैन और बड़े भाई फैज रसूल उर्फ विक्की का योगदान है। वह कहते हैं कि जिंदगी में कई दुख देखे हैं, लेकिन सबको झेलते हुए आज सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचने का मौका मिला है। मैं इस तरह से अपने जिले का नाम, राज्य का नाम और देश का नाम ऊंचा करूंगा।