नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामले में एक अहम घटनाक्रम में पटना की एक विशेष अदालत ने शनिवार को गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों को 10 दिनों के लिए सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. इनमें राजस्थान के भरतपुर मेडिकल कॉलेज के दो छात्र कुमार मंगलम विश्नोई और दीपेंद्र शर्मा, और एक सेटर शशिकांत पासवान शामिल हैं.
सीबीआई को अहम सुरागों की उम्मीद
सीबीआई सूत्रों का दावा है कि सेटर शशिकांत पासवान से पूछताछ में मामले से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है. सूत्रों के मुताबिक शशिकांत के इस पेपर लीक मामले से जुड़े कई लोगों से संपर्क रहे हैं. वहीं, सीबीआई राजस्थान के इन दो मेडिकल छात्रों को रिमांड पर लेकर उन्हें पहले से गिरफ्तार आरोपी रॉकी के सामने बैठाकर पूछताछ करेगी. माना जा रहा है कि ये दोनों छात्र 4 मई की रात को प्रश्नपत्र हल करने के लिए हजारीबाग में मौजूद थे.
मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश
सीबीआई इन गिरफ्तारियों के जरिए पूछताछ कर इस पूरे पेपर लीक कांड के सरगना संजीव मुखिया तक पहुंचने की कोशिश में जुटी हुई है. हालांकि, फिलहाल संजीव मुखिया सीबीआई की गिरफ्त से बाहर है. उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट से आदेश ले रखा है, जिस पर सोमवार को सुनवाई होनी है.
गिरफ्तारियों का आंकड़ा बढ़ा
गौरतलब है कि नीट पेपर लीक मामले में अब तक करीब 35 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सीबीआई इनमें से कई आरोपियों को अदालत की अनुमति से हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. मेडिकल स्टूडेंट्स जो पेपर लीक मामले में सॉल्वर की भूमिका निभा रहे थे, उनकी गिरफ्तारियों का दायरा भी लगातार बढ़ रहा है. अब तक पटना के एम्स और रांची के रिम्स से गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, और अब राजस्थान तक पहुंच चुकी हैं. सीबीआई सूत्रों के अनुसार सॉल्वर गैंग के कुछ और सदस्य भी सीबीआई के राडार पर हैं और उनकी तलाश जारी है.