नीट पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) में हर दिन नये खुलासे सामने आ रहे हैं। जैसे जैसे गिरफ्तारियां हो रही हैं नये नये नाम और उसके तार एक दूसरे से जुड़ रहे हैं। इस मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने पटना से अबतक 13 लोगों की गिरफ्तारी की है। पुलिस की पूछताछ में अनुराग यादव नाम के एक आरोपी ने स्वीकार किया कि उसे परीक्षा के पहले एक प्रश्न पत्र दिया गया था, जो असली प्रश्न पत्र से बिल्कुल मेल खाता था। अब NEET पेपर लीक मामले में नया अपडेट सामने आया है। केस के मास्टरमाइंड कहे जा रहे संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया ने पटना के खेमनीचक के जिस लर्न प्ले स्कूल एंड बॉयज हॉस्टल में परीक्षार्थियों को रखा था और नीट का प्रश्नपत्र रटाया था, उस हॉस्टल के मालिक प्रभात रंजन का बयान सामने आया है।
प्रभात रंजन ने बताई पूरी कहानी
प्रभात रंजन ने कहा कि उन्हें इस पूरे मामले में छह मई को जानकारी हुई थी। उन्हें एक व्यक्ति जिसका नाम संजय है उसने ही बताया था कि आपके मकान पर छापेमारी हो रही है। कहा कि संजय का मकान उनके मकान से कुछ ही दूरी पर है। आगे प्रभात रंजन ने कहा कि इसके पहले उन्हें किसी प्रकार से कोई जानकारी नहीं थी। आपको बता दें कि चार मई की रात लर्न प्ले स्कूल के हॉस्टल में कई अभ्यर्थियों को लाया गया था। यहां उन्हें सवाल और उसके जवाब रटने के लिए दिए गए थे। पांच मई को नीट की परीक्षा थी।
नीट पेपर लीक मामले में जदयू नेता का बेटा गिरफ्तार, तेज हुई सियासत
उन्होंने बताया कि हमारा मकान कई जगहों पर है और हम जिसको भी किराए पर देते हैं उससे एग्रीमेंट ले लेते हैं। एग्रीमेंट के अनुसार लर्न प्ले स्कूल जो है वह पहले किसी और व्यक्ति का था जो की पूर्व में खाली कर दिया था। परंतु उनके गांव के ही बगल का आशुतोष कुमार का आदमी इनका मकान लिए हुए था जिसमें इनको बाद में पता चला कि वहां पर कुछ लड़के 20 से 25 की संख्या में रहकर नीट की तैयारी किया एवं परीक्षा दिया। प्रभात रंजन ने कहा कि उन्होंने आशुतोष कुमार को किराए पर अपना मकान दिया था। इसका एग्रीमेंट भी है। वह दनियावां प्रखंड का रहने वाला है। प्रभात ने कहा कि वह बहुत पहले से आशुतोष को जानते हैं। क्योंकि उनकी पत्नी दनियावां की प्रमुख रह चुकी हैं। वह प्रखंड प्रमुख के प्रतिनिधि थे लोग जानते थे। वह 2016 में मुखिया भी रहे।
संजीव मुखिया को नहीं जानता
एक सवाल पर कि यह बात आ रही है कि आपने आशुतोष को किराए पर दिया, आशुतोष ने किसी मनीष नाम के व्यक्ति को किराए पर दे दिया फिर मनीष ने प्रश्न पत्र लीक कराने वाले को दे दिया। इस पर प्रभात रंजन ने कहा कि मैं आशुतोष को जानता हूं और मेरी नजर में वही दोषी है। मुझसे पुलिस ने अब तक कोई पूछताछ नहीं की है। मुझे लगता है कि आशुतोष और मनीष से भी पूछताछ नहीं हुई है। मुझे पुलिस जब बुलाएगी मैं जाने के लिए तैयार हूं।
‘नीट पेपर लीक मामले में तेजस्वी के खिलाफ मिला सबूत, जल्द जाएंगे जेल’
दरअसल, जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक इस मकान के मालिक प्रभात रंजन की बेटी भी एमबीबीएस कर चुकी है। परीक्षा माफिया संजीव मुखिया का बेटा डॉक्टर शिव भी एमबीबीएस कर चुका है। वहीं नीट पेपर लीक मामले में आरोपी सिकंदर की बेटी भी एमबीबीएस कर चुकी है। प्रभात ने कहा, “अखबार में आ रहा है कि मेरी बेटी मेडिकल में है। यह बात बता दी जाए कि कौन बेटी मेरी मेडिकल में है उसका सर्टिफिकेट रद्द कर दें। संजीव मुखिया को मैं जानता तक नहीं हूं। मैं सिर्फ दो ही लोगों को जानता हूं मनीष और आशुतोष को, मैं गवाही देने के लिए तैयार हूं। जहां बुलाया जाएगा मैं जाऊंगा।”