बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में इन दिनों नेपाल के चितवन राष्ट्रीय निकुंज से आए हाथियों का झुंड डेरा डाले हुए हैं। जिसको लेकर वन विभाग सतर्क हो गया है। हाथियों की मौजूदगी के कारण वन विभाग ने अहम कदम उठाते हुए वीटीआर के अपने हाथियों को सुरक्षा के लिहाज से कोतराहा स्थित कौशल विकास केंद्र में शिफ्ट कर दिया है।
नेपाली हाथियों की लगातार बढ़ती हुई गतिविधि:
- रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते रविवार रात को पहला नेपाली हाथियों का झुंड वीटीआर के वाल्मीकिनगर और गोनौली वन क्षेत्र में दाखिल हुआ और लगातार वहां घूम रहा था।
- इसके बाद सोमवार को इस झुंड को वाल्मीकि आश्रम वन क्षेत्र में देखा गया।
- वहीं, मंगलवार को एक और नेपाली हाथियों का झुंड नेपाल सीमा पार कर वीटीआर के वाल्मीकिनगर और गोनौली वन क्षेत्र के कक्ष संख्या टी40 और टी41 में पहुंच गया।
हाथियों द्वारा की गई क्षति और संभावित खतरा:
- पहले नेपाली हाथियों के झुंड ने वीटीआर प्रशासन द्वारा गैंडों के शावकों के रहने के लिए बनाए गए बाड़े को नुकसान पहुंचाया है।
- आम तौर पर नेपाली हाथियों का झुंड वीटीआर में विचरण करने के बाद वापस नेपाल लौट जाता है।
- लेकिन, कभी-कभी ये हाथी रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर लेते हैं, जिससे जानमाल का खतरा और नुकसान की आशंका बढ़ जाती है।
वन विभाग द्वारा उठाए गए कदम:
- वन विभाग के कर्मचारी लगातार नेपाली हाथियों की निगरानी कर रहे हैं।
- वन विभाग के अधिकारी पूरे मामले पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
- वन विभाग द्वारा लोगों से अपील की गई है कि वे फिलहाल वन क्षेत्रों में जाने से बचें।
- रविवार को आए पहले नेपाली हाथियों के झुंड के वापस लौटने की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी का बयान:
वाल्मीकिनगर रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि भारत और नेपाल के वन क्षेत्रों की खुली सीमा का फायदा उठाकर हाथियों का झुंड कभी-कभी वीटीआर में आ जाता है। उन्होंने बताया कि वन कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है और हाथियों की पूरी निगरानी की जा रही है। श्री पासवान ने यह भी बताया कि हाथियों ने सूचना पट्ट सहित वन विभाग द्वारा लगाई गईं कुछ चीजों को भी नुकसान पहुंचाया है।