बिहार सरकार राज्य में खनिज संपदा के दोहन को गति देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। राज्य सरकार ने तीन खनिज ब्लॉकों की नीलामी (ऑक्शन) करने की स्वीकृति दे दी है। यह पहला चरण है और इसमें लौह अयस्क और चूना पत्थर जैसे बहुमूल्य खनिजों के भंडार शामिल हैं।
किन जिलों में हो रहीं हैं खनिज ब्लॉकों की नीलामी?
नीलामी में शामिल तीनों ब्लॉक जमुई और रोहतास जिले में स्थित हैं। जमुई जिले में मेजोस और भांटा नामक दो मैग्नेटाइट ब्लॉक हैं, जिनमें लोहे की मात्रा अच्छी खासी पाई गई है। वहीं, रोहतास जिले के भोरा-कटरा क्षेत्र में चूना पत्थर का विशाल भंडार है।
कितना है इन खनिज ब्लॉकों का भंडार?
जानकारी के अनुसार, मेजोस ब्लॉक में लगभग 48.40 मीट्रिक टन लोहे का भंडार है। वहीं, भांटा ब्लॉक में 6.49 मीट्रिक टन लोहा पाया गया है। रोहतास जिले के भोरा-कटरा क्षेत्र में तो 33.25 मीट्रिक टन चूना पत्थर का भंडार होने का अनुमान है।
कब और कैसे होगी नीलामी?
खनिज ब्लॉकों की नीलामी की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी। नीलामी की प्रक्रिया का आयोजन खनिज निर्माण निगम (KMC) द्वारा किया जाएगा। इच्छुक कंपनियां KMC की वेबसाइट से नीलामी संबंधी अधिक जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
बिहार के विकास में कैसे मील का पत्थर साबित होगी यह नीलामी?
बिहार सरकार द्वारा कराई जा रही यह नीलामी राज्य के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इससे राज्य में खनन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। साथ ही, राज्य के राजस्व में भी वृद्धि होगी। यह नीलामी बिहार को खनिज संसाधनों के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी मददगार साबित होगी।