बिहार के शिक्षकों के लिए एक बड़ी खबर है। राज्य सरकार शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी कर रही है। शिक्षा विभाग की ओर से गठित एक उच्चस्तरीय समिति इन दिनों नई तबादला नीति पर काम कर रही है। इस नीति में शिक्षकों को म्यूचूअल ट्रांसफर का एक नया विकल्प दिया जा सकता है
म्युचुअल ट्रांसफर क्या है?
म्युचुअल ट्रांसफर का मतलब है कि दो शिक्षक आपस में अपनी सहमति से एक-दूसरे के स्थान पर तबादला कर सकते हैं। यानी अगर दो शिक्षक एक-दूसरे की जगह पर जाना चाहते हैं तो वे ऐसा कर सकते हैं। इस नई नीति में केवल म्युचुअल ट्रांसफर का ही प्रावधान नहीं है, बल्कि अन्य कई महत्वपूर्ण प्रावधान भी शामिल किए जा सकते हैं। जैसे कि:
- विशेष परिस्थितियों में छूट: बीमार या किसी अन्य समस्या से जूझ रहे शिक्षकों को उनकी पसंद की जगह पर पदस्थापित करने पर विचार किया जा सकता है।
- दिव्यांग, महिला और शिक्षक दंपत्ति को प्राथमिकता: दिव्यांग, महिला और शिक्षक दंपत्ति को स्थानांतरण के दौरान विशेष सुविधाएं दी जा सकती हैं।
- पति-पत्नी को एक साथ पोस्टिंग: अलग-अलग स्थानों पर पदस्थापित शिक्षक दंपत्ति को एक ही स्थान पर या निकटवर्ती स्थानों पर नियुक्त किया जा सकता है।
समिति के प्रयास
शिक्षा विभाग के सचिव और समिति के अध्यक्ष बैद्यनाथ यादव समिति के सदस्यों के साथ मिलकर इन सभी मुद्दों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। उनका लक्ष्य एक ऐसी नीति तैयार करना है जो सभी शिक्षकों के हितों का ध्यान रखे।
यह नीति शिक्षकों के लिए कई मायनों में फायदेमंद हो सकती है:
- शिक्षकों को अधिक स्वायत्तता: म्युचुअल ट्रांसफर के विकल्प से शिक्षकों को अपने करियर के बारे में अधिक स्वायत्तता मिलेगी।
- व्यक्तिगत परिस्थितियों को ध्यान में रखना: इस नीति से शिक्षकों की व्यक्तिगत परिस्थितियों को ध्यान में रखा जाएगा।
- कार्यस्थल में संतुष्टि: बेहतर कार्यस्थल मिलने से शिक्षकों की कार्यस्थल में संतुष्टि बढ़ सकती है।