गया से डाल्टनगंज वाया बांके बाजार इमामगंज के लिए नई रेलवे लाइन निर्माण के लिए 426 करोड़ रुपए की स्वीकृति हो गई है और बहुत जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा। गया के लोगों की यह मांग कई वर्षों पुरानी है। अब जाकर मोदी सरकार ने इस परियोजना के लिए धन का अवंटन कर दिया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग के केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने यह अहम जानकारी दी है। रविवार को केंद्रीय कैबिनेट मंत्री जीतन राम मांझी ने इमामगंज नगर पंचायत अंतर्गत गांधी मैदान में हम पार्टी के गरीब संकल्प सभा को संबोधित कर रहे थे।
इस कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार के मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन भी उपस्थित थे। सभा को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री मांझी ने कहा कि मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि मुझे केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। जो विभाग हमें मिला है वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पसंदीदा विभाग है। हमारे विभाग में बहुत रोजगार है।
कैबिनेट मंत्री होने के नाते पूरे देश के साथ ही साथ बिहार में रोजगार पर विशेष ध्यान देना है। लेकिन गया के लिए भी काम करना जरूरी है। बिहार में एक भी टेक्नोलॉजी सेंटर नहीं था। मैं मंत्री बनते ही गया के डोभी के नजदीक एक टेक्नोलॉजी सेंटर के लिए प्रस्ताव दिया और वह स्वीकृत हो गया। इसके लिए डोभी के नजदीक 20 एकड़ जमीन भी मिल गया है। जिसमें दस हजार से ज्यादा युवकों को रोजगार मिलेगा।
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वहीं पकरी गुरीया से चुआबार के बीच पुल एवं सड़क की स्वीकृति हो गई है। जिसकी लागत 18 करोड़ रुपया है। वहीं सालों से मांग थी कि यहां रेलवे लाइन जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि गया से डाल्टनगंज वाया बांके बाजार इमामगंज डुमरिया नई रेलवे लाइन निर्माण के लिए 426 करोड़ रुपए की स्वीकृति हो गई है। बहुत जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा।