बिहार को विशेष राज्य का दर्जा न मिलने पर और बजट में बिहार को जो विशेष सहायता मिली है उसे लेकर भाकपा माले ने एक प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें महबूब आलम सहित भाकपा माले के विधायक मौजूद रहे। इस दौरान महबूब आलम ने कहा कि बिहार के विशेष राज्य के दर्जे की मांग की उपेक्षा की गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2006 से यह मांग कर रहे हैं। लेकिन अब वह विशेष पैकेज के नाम पर समझौता कर चुके हैं।
महबूब आलम ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने जमीर को बेच दिया है। बिहार की स्थति को देखते हुए विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. विशेष पैकेज इसका समाधान नहीं है। यह सीधे-सीधे बिहार की जनता के साथ धोखा किया गया। उन्होंने कहा कि आरक्षण के मामले मे भी बिहार सरकार सिर्फ बहाना बनाती है।
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विधान सभा में भी विपक्ष की किसी भी मांगो पर ध्यान नहीं दिया गया। दिल्ली में जैसा तानाशाही रवैया अपनाया गया, वैसे ही बिहार में भी देखा जा रहा है। नीतीश कुमार ने अपना जमीर भारत सरकार को बेच दिया है। अपराध के सवाल पर सरकार संवेदनशील नहीं है। अपराध रोकने में सरकार विफल है।