2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे। हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित बिहार भाजपा की दो दिवसीय बैठक में इस पर मुहर लग गई। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने यह घोषणा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए चुनाव लड़ेगा। इस घोषणा ने पिछले कुछ दिनों से चल रही अटकलों पर विराम लगा दिया।
दिलीप जायसवाल ने स्पष्ट रूप से कहा कि “कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि 2025 का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। किसी अन्य नाम पर चर्चा की कोई गुंजाइश नहीं है।” इस बयान का समर्थन केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार ने भी किया। गिरिराज सिंह ने कहा कि “नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और रहेंगे। इसमें कोई भ्रम नहीं है।”
बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार ने भी इस बात पर जोर देते हुए कहा कि “नीतीश कुमार सीएम चेहरा थे, हैं, और रहेंगे।”
एनडीए के सभी पांच सहयोगी दल इस फैसले पर सहमत हैं। सोमवार, 23 दिसंबर को जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में भी नीतीश कुमार के नाम पर सहमति बनी। मांझी ने कहा कि “एनडीए 2025 का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा।”
इससे पहले जदयू ने नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के साथ एक पोस्टर जारी कर यह संकेत दिया था कि बिहार चुनाव उनके नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। पोस्टर में लिखा था, “जब बात बिहार की हो, तो नाम सिर्फ नीतीश कुमार का हो।”
नीतीश कुमार को एनडीए का चेहरा बनाए जाने का फैसला गठबंधन की एकजुटता और स्थिरता को दिखाता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस कदम से एनडीए ने विपक्ष को एक सशक्त संदेश दिया है।