बिहार में जातिगत जनगणना होने वाला होई। लेकिन इसके डेट में कई बदलाव किए जा रहे है। बीते दिन मंगलवार को भी नीतीश कुमार की कैबिनेट बैठक हुई जिसमे जातिगत जनगणना को लेकर डेट में बदलाव में बदलाव लाने का निर्णय लिया गया। फरबरी 2023 में होने वली जनगणना अब मई 2023 में ली जाएगी। इसी बात को लेकर अब बीजेपी भी नीतीश सरकार पर सवाल खड़े कर रही है। BJP का आरोप है कि नीतीश कुमार जातिगत जनगणना को टालने का बहाना खोज रही है। यह आरोप सुशील मोदी द्वारा लगाया गया है।
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2024 के लोकसभा चुनाव के तर्ज पर भी जनगणना टाल सकती है सरकार
दरअसल पिछले दिनों ही कोर्ट ने निकाय चुनाव होएं पर रोक लगाई थी। तथा चुनाव का डेट भी टाल दिया गया था। वही अब बिहार सरकार ने जातिगत जनगणना के तारीख में भी बदलाव लाया है। इसपर सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने निकाय चुनाव को जिस प्रकार टाला है ठीक उसी प्रकार जातिगत जनगणना को भी टालना चाह रही है। उन्होंने आरोप लगया कि सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव के तर्ज पर इस जनगणना को टालती रहेगी। इसके साथ ही सुशील मोदी ने कहा कि अगर तेलंगाना की सरकार एक ही दिन में जातिगत गणना करा सकती है तो बिहार सरकार क्यों नहीं करा सकती है।