11 जुलाई सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर बार की तरह जनता दरबार में लोगों की फरियाद सुन रहे थे। एक युवक की फरियाद सुनते ही नीतीश कुमार भड़क उठे। हलांकि वो युवक पर नहीं बल्कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर भड़के।
युवक की फरियाद
जनता दरबार में पश्चिम चंपारण के एक युवक ने बताया की उसकी मां एक शिक्षिका थी, जिसकी मौत 2021 में हो गई थी। लेकिन, सरकार द्वारा मिलने वाली योजना के तहत युवक को अभी तक न ही अनुग्रह राशि मिल पाई है और न ही अनुकंपा की नौकरी मिली है। युवक ने कहा कि उसके पिता भी नहीं हैं। मां की मौत के बाद उसने कई अधिकारीयों के पास चक्कर लगाए, लेकिन सभी उसे बच्चा समझकर केवल भटकाया जा रहा है।
नीतीश कुमार का एक्शन
युवक की फरियाद सुन नीतीश कुमार पहले तो आश्चर्य में पड़े फिर भड़क उठे। उन्होंने तुरंत शिक्षा विभाग के सचिव को कॉल लगया और कहा की पश्चिम चंपारण से एक युवक आया है। 2021 में इसकी मां की मौत हो गई थी, लेकिन अभी तक इसे अनुकंपा की नौकरी क्यों नहीं मिली ? इसके बाद नीतीश कुमार ने युवक को आगे के कारवाई के लिए भेज दिया।