जीतन राम मांझी और नीतीश कुमार में एक समानता यह है कि दोनों सालों तक साथ रहे हैं। साथ ही दोनों बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं, नीतीश कुमार तो अभी तक हैं। नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को जब सीएम बनवाया था तो प्रचारित यही किया गया था कि बिहार को पहला महादलित सीएम जदयू ने दिया है। लेकिन वक्त बीता और ऐसा हुआ कि नीतीश कुमार ने मांझी को सीएम बनवाने को भूल करार देते हुए विधानसभा में जीतन राम मांझी के खिलाफ बहुत कुछ कहा। तब पूर्व सीएम जीतन राम ने नीतीश की बातों को अपना अपमान बताया था। अब नीतीश कुमार के विधायक को पूर्व सीएम Manjhi की जाति पर शक है। उन्हें शक है कि मांझी मुसहर जाति से ताल्लुक रहते हैं।
‘CM का होगा राजनीतिक पतन’ नीतीश के खिलाफ बोले जदयू नेता, मांझी के जाति पर भी उठाए सवाल
जदयू के विधायक गोपाल मंडल का कहना है कि जीतन राम मांझी क्या हैं, नहीं हैं, मुसहर हैं कि क्या हैं, कौन जानता है? उन्होने कहा कि जीतनराम मांझी बूढ़े हो गए हैं। सठिया गए हैं। नीतीश कुमार ने उनको मुख्यमंत्री बनाकर गलती की। अभी वो बक-बक कर रहे हैं। लगे हाथ गोपाल मंडल ने नीतीश कुमार को राजनीतिक सीख भी दे दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ चले गए तो उनका राजनीतिक पतन हो जाएगा। गोपाल मंडल ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार मर जाएंगे, मिट जाएंगे, लेकिन अब भाजपा के साथ नहीं जाएंगे।
जवाब में मांझी ने उठाए सवाल
दूसरी ओर पूर्व सीएम जीतन राम ने अपनी जाति पर सवाल उठाने वाले विधायक गोपाल मंडल के साथ नीतीश कुमार को भी लपेटा है। पूर्व सीएम ने कहा है कि “नीतीश जी आखिर आपको दलितों से इतनी नफरत क्यों है? सदन के अंदर मुझे अपमानित किया, बेगुनाह SC पर अत्याचार करवाया। अब अपने MLA से मेरे बहाने मुसहरों को गाली दिलवा रहे हैं। दलितों से इतनी ही नफरत है तो अधिसूचना जारी करके दलितों को राज्य से निकाल ही दीजिए, ना दलित रहेंगे ना आप उनसे नफरत करेंगे।”