मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार की देर शाम अचानक बिहार संग्रहालय का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण बाद अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। नीतीश ने अध्ययन केंद्र, दीर्घा, बाल दीर्घा, वन्य जीव, विभिन्न राजवंशों के इतिहास सहित सिक्के, मूर्ति, अन्य अवशेषों को देखा और विस्तृत जानकारी ली।
बिहार के समृद्ध इतिहास की जानकारी नई पीढ़ी को देने के लिए संग्राहलय बना
मुख्यमंत्री के सलाहकार सह बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को संग्रहालय के विभिन्न दीर्घाओं के प्रदर्शों की जानकारी दी। बताया कि आधुनिक तकनीक से यहां के प्रदर्शों के संबंध में भी लोग अवगत हो सकते हैं, जिसकी भी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की पूंजी संस्कृति और विरासत रही है। प्रदर्शों को ठीक ढंग से सुरक्षित रखने की पूरी व्यवस्था की जाए। बिहार के समृद्ध इतिहास को नई पीढ़ी को जानकारी देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बिहार संग्रहालय बनाया गया है। पुरातात्विक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण अवशेषों को यहां सुरक्षित रखा गया है ताकि बिहार के गौरवशाली इतिहास के बारे में एक-एक चीज की जानकारी लोगों को मिल सके।
ये भी रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के परामर्शी सह बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, कला-संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।