बीते दिन बुधवार को बिहार के सियासी गलियारे में तेजस्वी यादव और आदित्य ठाकरे की मुलकात ख़बरों के केंद्र में रही। इस मुलकात से जहाँ एक और नए बनाते सियासी समीकरण को लेकर चर्चाएँ तेज हैं। वहीं दूसरी ओर जानकर इसे महाराष्ट्र एमसीडी चुनाव में बिहारी के रहने वाले वोटरों को लुभाने के लिए शिवसेना की सोची समझी रणनीति का हिस्सा बता रहे हैं। वहीं अब इस मुलाकात को लेकर बिहार की राजनीति भी गरमा गई है। बिहार में विपक्ष में बीजेपी तेजस्वी यादव ओर आदित्य ठाकरे की मुलाकात में नीतीश कुमार को एंट्री को लेकर सवाल खड़ा कर रही है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने तो यहाँ तक कह दिया कि नीतीश कुमार अप्रासंगिक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जिस शिवसेना ने बिहारियों के साथ अत्याचार किया कल तक उसी के खिलाफ बोलने वाले आज उनकी तारीफ कर रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए की प्रधानमंत्री बनने के सपने के लिए नीतीश कुमार किसी भी हद तक जा सकते हैं।
बिहार: लापरवाह शिक्षकों की खैर नहीं, रिपोर्ट कार्ड देखेगी सरकार
नीतीश कुमार पर जायसवाल का तंज
संजय जायसवाल ने कहा है कि आदित्य ठाकरे पटना आए थे तेजस्वी यादव से मिलाने के लिए पर अपनी प्रतिष्ठा बचने के लिए नित्तिश कुमार भी उनसे मुलकात करने पहुँच गए। नीतीश कुमार हमेशा से शिवसेना की मानसिकता के खिलाफ बोलते थे। हमेशा उन्हें शिवसेना से एतराज रहा है। लेकिन आज उसी शिवसेना की तारीफ कर रहे है। आदित्य ठाकरे के साथ उनका बैठना ये दर्शाता है कि प्रधानमंत्री पद की लालसा में किस हद तक जा सकते हैं। नीतीश ओर तेजस्वी के महाराष्ट्र एमसीडी चुनाव में प्रचार करने जाने को लेकर जब सवाल किया गया तो जायसवाल ने नीतीश कुमार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में नीतीश कुमार का कितना जनाधार हैं ये पता लग जाएगा। वो जहाँ भी प्रचार करने के लिए जाएंगे वहाँ असफलता की पूरी गारंटी है।