सारण में हुए शराबकांड में मरने वालों के आंकड़ों में वृद्धि होती ही जा रही है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार 30 से अधिक लोग मौत के मुँह में समा चुके हैं। बीते दिन को इस मुद्दे को लेकर बिहार की सियासत में भी खुब गहमागहमी देखने को मिली। विधानसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस मुद्दे को लेकर किए गए सवाल के ऊपर विपक्ष पर भड़के हुए नजर आए। आज भी इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में हंगामा होने के पुरे आसार हैं। इन सबों के बीच नीतीश के एक मंत्री ने एक ऐसा बयान दिया है जो हैरान करने वाला है। उन्होंने जहरीली शराब से बचने का नुस्खा बताया है।
मंत्री बड़ा रहे नीतीश की मुश्किलें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्रियों को शराबबंदी और शराब से जुड़े मुद्दों पर बोलने से बचने के लिए कहते रहते हैं। पर उनकी बातों का असर उनके मंत्रियों में पड़ ही नहीं रहा है। उनके मंत्री जब भी शराबबंदी और शराब के मुद्दे पर मुँह खोलते हैं तो नीतीश कुमार की ही मुश्किलें बड़ा देते हैं। ऐसा ही एक बार और हुआ है। नीतीश कैबिनेट में मंत्री समीर महासेठ ने हाजीपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान ऐसा बयान दिया जिसपर विवाद होना तय है।
उन्होंने इस बात को स्वीकार किया की बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब आ रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में एक नंबर का दारु नहीं आ रहा है। बिहार में जो भी दारू आ रहा है वो गलत दारु आ रहा है जिसमें जहर है। वही उन्होंने बातों-बातों में जहरीली शराब को बर्दाश्त करने का नुस्खा भी बता दिया। उन्होंने कहा कि खेल-कूद के जरिए खूब स्ट्रेंथ और इम्युनिटी बढ़ा लें तभी जहरीली शराब को बर्दास्त कर सकते हैं।