उत्तर बिहार की नदियों में हर साल आने वाली बाढ़ से राहत के लिए केंद्र सरकार ने नए बराज और संरचनाओं के निर्माण की संभावनाओं का पता लगाने के लिए केंद्रीय जल आयोग की पांच सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति गठित की है। यह जानकारी राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने दी है। उन्होंने कहा कि एनडीए की डबल इंजन की सरकार उत्तर बिहार में बाढ़ को अवसर में तब्दील करेगी, जिससे तेजी से विकास होगा।
संजय कुमार झा ने बताया कि बिहार के विकास और उत्तर बिहार में बाढ़ के दीर्घकालिक समाधान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चर्चा हुई थी। इसके बाद 28 जून को उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिलकर बाढ़ के प्रभाव की जानकारी दी। इसके बाद एक उच्चस्तरीय मीटिंग बुलाई गई, जिसमें केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, जलशक्ति मंत्रालय की सचिव देबश्री मुखर्जी और अन्य अधिकारी शामिल हुए।
समिति में लोअर गंगा बेसिन ऑर्गेनाइजेशन पटना के मुख्य अभियंता अंबरीश नायक को चेयरमैन, गंगा बाढ़ नियंत्रण आयोग के डायरेक्टर संजीव कुमार, केंद्रीय जल आयोग के बीसीडी के डायरेक्टर एसके शर्मा, जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार के प्रतिनिधि और लोअर गंगा बेसिन ऑर्गेनाइजेशन के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर को सदस्य सचिव बनाया गया है। समिति अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जल्द ही सौंपेगी,