पटना में सातवें चरण की प्राथमिक शिक्षकों की बहाली के विज्ञप्ति जारी करने को लेकर गर्दनीबाग धरनास्थल पर अभ्यर्थियों का आंदोलन 41वें दिन भी जारी रहा। इस आंदोलन की शुरुआत 04 नवंबर से की गई थी। आज भी शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षा विभाग के उदासीन रवैये से आक्रोशित दिखे। शिक्षक अभ्यर्थी हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते दिखे।
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आक्रोशित दिखे अभ्यर्थी
बेगूसराय से आई महिला अभ्यर्थी अनामिका सिंह, लवली मेहता ने बताया कि शिक्षा विभाग ने जुलाई के अंतिम सप्ताह में सातवें चरण की प्राथमिक शिक्षक बहाली का विज्ञापन जारी करने की बात कही थी लेकिन 5 महीने के बाद भी बहाली का विज्ञापन जारी नहीं किया जा सका है जिससे अभ्यर्थियों में काफी रोष है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संघ के कोषाध्यक्ष सह प्रवक्ता अनीश सिंह ने बताया की मंगलवार को बिहार के कोने कोने से हजारों की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर के पटना के सड़कों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे बावजूद उन पर लाठियों के प्रहार की गई जिससे कई अभ्यर्थियों को गंभीर चोटें आई हैं। उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया। रोहतास के अभ्यर्थी मीकू पाल तथा कुमार सत्यम ने बताया कि उनकी शादियाँ रुकी है, तमाम जरूरी योग्यता के बाबजूद शिक्षक अभ्यर्थी सड़क पर है।
मांगे पूरी नहीं होने तक चलता रहेगा आन्दोलन
बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव चेतवानी देते हुए कहा कि पुलिसिया करवाई से शिक्षक अभ्यर्थी डरने वाले नही है, यदि जल्द सातवें चरण प्राथमिक शिक्षक बहाली के विज्ञापन जारी नहीं हुआ तो राज्यव्यापी आन्दोलन होगा। उन्होंने शिक्षा मंत्री से शिक्षक अभ्यर्थियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर विज्ञप्ति जारी करने का अनुरोध किया। मौके पर अनीश सिंह, मृत्युंजय कन्हैया, विकास सिंह, सुमित मेहता,जूही,संजीव , केशवपति तिवारी, मानस सहित सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थी मौजूद थे।