बिहार सरकार ने अगले तीन महीने में ऑनलाइन बालू खरीद की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया है। इस नई व्यवस्था के तहत लोग अपने घर बैठे ही ऑनलाइन ऑर्डर देकर बालू खरीद सकेंगे और यदि बालू की गुणवत्ता खराब होती है तो इसे वापस भी किया जा सकेगा। इस पहल में बाद में ईंट और गिट्टी को भी जोड़ा जाएगा।
खान एवं भूतत्व विभाग की पहल
खान एवं भूतत्व विभाग ने यह व्यवस्था बिहार स्टेट माइनिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएसएमसी) के माध्यम से लागू करने की योजना बनाई है। इसका मुख्य उद्देश्य उचित दर पर लोगों को सही मात्रा में उच्च गुणवत्ता का बालू उपलब्ध कराना है।
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सह खान एवं भूतत्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा और विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने जानकारी दी। उपमुख्यमंत्री ने विभाग में नये कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन भी किया, जिसका मकसद बालू की अवैध निकासी, ढुलाई और बिक्री पर लगाम लगाना है।
राज्य में बालू घाटों की स्थिति
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि बिहार में कुल 891 बालू घाट हैं, जिनमें 488 पीला और 403 उजला बालू घाट शामिल हैं। इनमें से 15 जून से पहले 185 घाटों से बालू निकासी हो रही थी। फिलहाल राज्य में 15 जून से 15 अक्तूबर तक बालू खनन बंद है।
अवैध खनन पर सख्ती
सभी जिला मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिया गया है कि इस अवधि के दौरान अवैध खनन पर पूरी सख्ती रखें। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि वर्तमान में चार महीनों के बालू का पर्याप्त भंडारण है, जिसे के-लाइसेंसधारी बेच सकेंगे। इस नई ऑनलाइन प्रक्रिया से लोगों को गुणवत्तापूर्ण बालू की उपलब्धता सुनिश्चित होगी और साथ ही बालू की अवैध निकासी और बिक्री पर भी अंकुश लगेगा।