बिहार राज्य में इस समय मानसून पूरी तरह से प्रभावी न होने के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में अभी तक पर्याप्त बारिश नहीं हुई है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। हालांकि, मौसम विभाग ने कुछ राहत की संभावना जताई है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बिहार के ऊपर एक चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है, साथ ही झारखंड में एक ट्रफ लाइन सक्रिय है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लेकिन इनसे राज्य की समग्र बारिश की स्थिति में सुधार की उम्मीद कम है।
राज्य के दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-मध्य भागों में वज्रपात की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
राजधानी पटना सहित राज्य के अधिकांश जिलों में 15 अगस्त को सुबह बादल छाए रहने की संभावना है। हल्की बारिश भी हो सकती है। हालांकि, राज्य के कई जिलों में अभी भी सूखे जैसे हालात बने हुए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, 14 अगस्त को गोपालगंज, कैमूर, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। लेकिन यह बारिश राज्य की समग्र जलवायु की स्थिति में सुधार लाने के लिए पर्याप्त नहीं होगी।
बिहार में अब तक सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है। किसानों के लिए यह चिंता का विषय है, क्योंकि बारिश की कमी से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 24 घंटों में उत्तरी बिहार में दक्षिणी बिहार की तुलना में थोड़ी अधिक बारिश हो सकती है