भागलपुर में दिगंबर जैन मंदिर में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। रविवार को सबसे पहले प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शुरुआत की गई। गुरु आज्ञा पूर्वक आचार्य निमंत्रण से इसकी शुरूआत हुई। इसके बाद कई महिलाएं और पुरुष श्रद्धालुओं ने केसरिया और श्वेत वस्त्र धारण कर शोभायात्रा निकाली। महिलाएं सिर पर कलश रख स्तुति गाते हुए चली जा रहीं थीं।
शोभायात्रा मारवाड़ी टोला से कोतवाली चौक होते हुए वापस मंदिर पहुंची। इसके बाद कार्यक्रम स्थल को प्रासुक जल से मंत्रों के जरिए शुद्धिकरण किया गया। बता दें कि ध्वजारोहण भाग चंद पाटनी ने किया। वहीं, मंडप का उद्घाटन वरुण पाटनी ने किया।
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा की सारी मंगल क्रियाएं मध्यप्रदेश के पंडित मुकेश शास्त्री के निर्देशन में की गई है। इनका सहयोग ब्रह्मचारिणी अलका दीदी और ब्रह्मचारिणी भारती दीदी कर रहीं थीं। बता दें कि सोमवार को जन्म और तप कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा।
इस कार्यक्रम में मौजूद रहे मुनिराज विशल्यसागर महाराज ने बताया कि भगवान का गर्भ में आना जीवों के कल्याण का कारण है। पंचकल्याणक भगवान के जीवन की 5 शुभ घटनाएं हैं। इनका प्रदर्शन आत्म कल्याण में सहायक है। आगे उन्होंने बताया कि अधिक धन, पवित्र मन को हर लेता है। हरि से दूर कर देता है। जिन्हें पाप में रस है, उनके लिए धर्ममार्ग नीरस है।
बता दें कि यह महोत्सव जैन समाज का सर्वाधिक महत्वपूर्ण नैमित्तिक महोत्सव है। यह आत्मा से परमात्मा बनने की प्रक्रिया का फेस्टिवल है। पौराणिक पुरुषों के जीवन का संदेश घर-घर पहुंचाने के लिए इन फेस्टिवलों में पात्रों का सपो्रट लेकर सक्षम जीवन यात्रा को रेखांकित किया जाता है।