रुपौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव (Rupauli By Election) संपन्न हो गया है। सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। रुपौली में राजद की बीमा भारती, जदयू के कलाधर मंडल और निर्दलीय शंकर सिंह के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। इधर, रुपौली उप चुनाव को लेकर पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि मेरे लिए कोई चुनौती नहीं है।
उन्होंने कहा कि मेरे जीवन पर आम आदमी और गरीब का अधिकार है मैं वही करता हूं जो समाज को अच्छा लगता है। रुपौली अत्यंत पिछड़ा और अल्पसंख्यकों का इलाका है। 20 सालों से रुपौली ने जदयू को वोट दिया। ये 20 सालों से इतना पिछड़ा क्यों है? कांग्रेस की विचारधारा जहां खड़ी रहेगी वहां पप्पू यादव खड़ा रहेगा। मेरा मनाना है कि रुपौली की जनता ने जदयू को नाकार दिया है।
बीमा भारती के लिए रुपौली जीतना आसान या कठिन… क्या कहता है वोटों का गणित
बता दें कि बिहार में रुपौली विधानसभा का उप-चुनाव तब बड़ा रोचक हो गया, जब बीमा भारती को पप्पू यादव का समर्थन हासिल हो गया। यह वही राजद नेत्री हैं, जो लोकसभा चुनाव में पूर्णिया से पप्पू यादव के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं, और हार गई थीं। 31 जून, 2024 को पटना में बीमा भारती ने पप्पू यादव से भेंट की थी। उन्होंने तभी उप-चुनाव के लिए उनसे सपोर्ट मांगा था।
हफ्ते भर बाद पप्पू यादव ने बीमा भारती को समर्थन (उप-चुनाव में) दे दिया। पप्पू यादव की ओर से कहा गया कि रूपौली की जनता अपनी बेटी को जिताए। अगर किसी तरह की गलती भी हुई होगी तो उसको क्षमा करेंगे। हम कांग्रेस की विचारधारा संग हमेशा रहे हैं और आगे भी रहेंगे।