बिहार के सर्द मौसम में राजनीति पूरी तरह गर्म है। चुनावी साल में मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा भोज पर जमकर सियासत हो रही है। आज पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के आवास पर मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया था जिसमें खुद पारस जी ने जाकर लालू यादव को भोज में आने का न्यौता दिया था। इस भोज में पारस ने चिराग पासवान को न्यौता नहीं दिया है।
पारस के न्योते पर लालू यादव उनके आवास पर दही चूड़ा भोज खाने पहुंच गए। लालू यादव के साथ राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, राजद विधायक तेज प्रताप यादव भी पहुंचे थे। इस दौरान लालू यादव के एक बयान ने हलचल मचा दी। मीडिया ने जब लालू यादव से सवाल किया की क्या पशुपति पारस महागठबंधन में शामिल होंगे तो जवाब में लालू यादव ने कहा कि हाँ पारस जी महागठबंधन में आयेगें। इसके बाद वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने लालू-पारस जिंदाबाद के नारे लगाने लगे।
इधर, राजद प्रदेश कार्यालय के बाहर एक नया पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर में तेजस्वी यादव की काफी बड़ी तस्वीर भी छपी है। साथ ही तेजस्वी की ओर से किए जा रहे वादों को लिखा गया है। लेकिन इस पोस्टर से लालू यादव और राबड़ी यादव की तस्वीर गायब है।
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यह पोस्टर किसी नेता ने नहीं बल्कि पार्टी की तरफ से ही लगाया गया और इस पोस्टर से राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष की ही तस्वीर गायब होने से सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। हालांकि इस पूरे मामले पर जब तेजस्वी यादव से पोस्टर को लेकर सवाल किया गया तो तेजस्वी ने इसे बेकार का मुद्दा बताया।