होली पर शराबियों पर नजर रखने के लिए उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। ड्रोन कैमरे से शराबियों पर नजर रखी जाएगी। उत्पाद विभाग के आयुक्त बी कार्तिकेय ने बताया कि शराबबंदी कानून के तहत शराब बेचने और पीने वालों पर दर्ज मामले में अब ट्रायल की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है।
शराब मामले में ट्रायल हुआ तेज
शराब पीने और बेचने वाले जमानत पर छूटकर घूम रहे थे, उसके लिए ट्रायल प्रक्रिया में तेजी लाकर अब तक 1,12,024 ट्रायल शुरू हो चुका है। इसमें 1850 ट्रायल पूरा हो चुके हैं। इनमें 731 व्यक्ति दोष मुक्त निकले हैं। 1129 लोगों को सजा दी गई है। 2022 के जनवरी में कुल 66 ट्रायल हुए, जिसमें 32 व्यक्तियों की सजा हुई है। फरवरी में 86 ट्रायल हुए हैं। इसमें 57 व्यक्तियों को सजा दी गई है। बाकी लोग दोस्त से मुक्त पाए गए है। बताया कि जमानत पर छूटे 1874 लोग फरार हो गए हैं। इसके लिए पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम संयुक्त रूप से अंतरजातीय अभियुक्तों को पकड़ने के लिए पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर आदि राज्यों में भेजी जा रही है। ताकि उन्हें गिरफ्तार कर जल्द ट्रायल प्रक्रिया पूरा किया जा सके और दोषियों को सजा दिलाई जा सके।
सुदूर क्षेत्रों में ऑपरेशन चलाने के लिए हुआ सैटेलाइट का इंतजाम
कमिश्नर बी कार्तिकेय ने बताया कि सुदूर क्षेत्रों में जहां नेटवर्क नहीं मिलते हैं, उसके लिए 7 सैटेलाइट फोन के इंतजाम किए गए हैं। पटना, भोजपुर, सारण, वैशाली, पश्चिम चंपारण में कंट्रोल रूम व हेलीकॉप्टर से गश्ती के दौरान सैटेलाइट फोन दिया जाएगा। कमिश्नर ने बताया कि उत्पाद विभाग और पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। 1 से 5 मार्च तक 12408 छापेमारी हुई है। मद्य निषेध विभाग द्वारा 4090 एवं पुलिस विभाग द्वारा 8318 छापेमारी में 1496 उत्पाद अभियोग दर्ज हुए। 1688 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई। होम डिलीवरी करने वाले 126 लोग गिरफ्तार हुए हैं। शराब से जुड़े मामले में 267 वाहन जब्त किए गए। बताया कि होली में शराबियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जाएगा। अब तक ड्रोन कैमरे से शराब की भट्ठियों को चिह्नित किया जा रहा था।