बिहार: पटना में बीपीएससी टीआरई-3 के छात्रों ने विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच बहस व धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया। ये सभी अभ्यर्थी बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने के लिए पहुंचे थे। शिक्षक अभ्यर्थी वन कैंडिडेट वन रिजल्ट की मांग कर रहे थे। इसके साथ ही रिजल्ट से पहले काउंसलिंग की भी मांग कर रहे थे। अभ्यर्थियों ने कहा कि डोमिसाइल नीति फिर से लागू की जाए।
प्रदर्शनकारी दिलीप कुमार ने कहा कि हमे आगे नहीं जाने दिया जा रहा। हम पर लाठीचार्ज की गई। हमारी मांग है कि BPSC TRE-3 में वन कैंडिडेट वन रिजल्ट लागू हो, रिजल्ट से पहले काउंसिलिंग हो, बेलट्रॉन को कोई जिम्मेदारी न दी जाए। यह अन्याय हो रहा है, यह लोकतंत्र की हत्या है। क्या लोकतंत्र में छात्र शांतिपूर्वक अपनी बात नहीं रख सकतें? नीतीश कुमार खुद छात्र आंदोलन से उभरे हुए नेता हैं तो आज छात्र आंदोलन को क्यों कुचला जा रहा है?
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टीआरई-1, और टीआरई-2 में मल्टीपल रिजल्ट की वजह से हजारों सीटें खाली रह गईं थी। काउंसलिंग भी रिजल्ट के बाद करवाई गई थी। इसकी वजह से हजारों सीटें खाली रह गईं। हम चाहते हैं कि ऐसी नौबत बीपीएससी टीआरई 3.0 की परीक्षा में नहीं आए। हजारों शिक्षक अभ्यर्थियों ने कट ऑफ के बराबर अंक प्राप्त किए थे, इसके बावजूद हजारों शिक्षक अभ्यर्थी बेरोजगार रह गए। सैकड़ों अभ्यर्थियों की उम्र खत्म हो गई, जिसके कारण वो अब आवेदन नहीं कर सकते हैं।