स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में पटना पहली बार जीएफसी (गार्बेज फ्री सिटी) अवार्ड के लिए चयनित हुआ है। प्रदेश में पटना एवं सुपौल को इसके लिए नामित किया गया है। 11 जनवरी 2024 को इसकी घोषणा की जाएगी। जिसमें पटना नगर निगम की टीम अवार्ड लेने के लिए दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होगी। गौरतलब है कि ऐसा पहली बार है कि पटना नगर निगम को यह अवार्ड मिलेगा। पटना नगर निगम के नगर आयुक्त अभिषेक सिंह ने कहा कि महापौर, जनप्रतिनिधिगण, नगर निगम के पदाधिकारियों, ब्रांड एम्बेसडर और सफाईकर्मियों का विशेष योगदान से राज्य सरकार के मार्गदर्शन तले स्वच्छता में एक विशेष स्थान प्राप्त करना एक विशेष उपलब्धि है। आपको बता दें कि नगर आयुक्त के नेतृत्व में नगर को स्वच्छ रखने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। इसके अंतर्गत वार्डों को 19 जोन में बांट कर सभी वार्डों में विशेष अभियान ऑपरेशन चकाचक शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत 26 मार्च से सभी 75 वार्डों में मशीनीकृत स्वीपिंग मशीनों और अन्य उपकरणों की मदद से सड़कों की सघन सफाई की जा रही है। इस कार्य के लिए विभिन्न वार्डों को कवर करने के लिए कम से कम19 विशेष टीमों का गठन किया गया।
658 GVP की समाप्ति
शहर में स्वच्छता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कई अभियान भी चलाए जा रहे हैं। पीएमसी ने 658 से अधिक कचरा-संवेदनशील बिंदुओं (जीवीपी) को समाप्त किया चुका है और आगे भी ये मिशन चलता रहेगा। कूड़ा पॉइंट को चिन्हित कर उसे साफ किया जा रहा है और वहां पर ‘कूड़ा पर चूड़ा’, ‘रंगोली’, नववर्ष, दीपोत्सव एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
नगर निगम द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए इस वर्तमान समय में किये जा रहे नए प्रयोग-
- सड़क शत्रु– इसके अंतर्गत सड़कों पर CCTV एवं सभी वार्डों में सफाईकर्मियों द्वारा सड़क शत्रु की पहचान की जाती है एवं उनपर 500 रुपये जुर्माना भी लगाया जाता है ।
- मेरा सड़क मेरी जवाबदेही– केवल सजा या नकारात्मकता ही नहीं, पटना नगर निगम पुरस्कार देकर सम्मानित भी करती है। इस मिशन के अंतर्गत सड़क की जवाबदेही, उन्हें साफ़ रखने के लिए पात्र का नाम एवं मोबाईल नम्बर प्रकाशित कर उन्हें सम्मानित किया जाता है।
- मेरा शहर मेरी जिम्मेदारी– इसमें 650 मुक्त जीवीपी पर प्रायः कार्यक्रम करवाए जाते हैं , निगरानी समिति गठित कर पार्षदों द्वारा जागरूकता प्रसारित किए जाते हैं। ताकि कूड़े फेके जाने वाले स्थानों जिन्हें साफ़ किया जा चुका है, पर दुबारा कोई गन्दगी न फैलाए।
मैनहॉल यात्रा– इस यात्रा में पैदल यात्रा के माध्यम से सभी वार्डो में कुल 2121 मैनहॉल की पहचानकर उनकी मरम्मती और मेंटेनेंस की जाती है।- 24×7 कॉम्बेट सेल ( 155304 ) , जिसके अंतर्गत 3 पालियों में कर्मियों की शिफ्टिंग कर लगातार सफाई कार्यक्रम को जारी रखा जाता है।
- वाट्सएप चैट बोट (9264447449) वाट्सऐप के माध्यम से इसपर शिकायतें भी दर्ज करवाई जा सकती हैं।
स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग के लिए केंद्र द्वारा स्थापित टूलकिट पर काम करने के अलावा, पीएमसी अधिक अंक लाने के लिए शहर-केंद्रित अभिनव योजना पर काम कर रही है। नागरिक निकाय ने स्वच्छता और स्वच्छता में सुधार के लिए और अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं के बारे में स्थानीय लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए पटना के कई प्रतिष्ठित चेहरों को ‘स्वच्छता मिशन’ स्वच्छता अभियान के ब्रांड एंबेसडर के रूप में शामिल किया है।