पटना मेट्रो के सभी स्टेशनों की पटरियों को सुरक्षा गेट से कवर किया जायेगा. ये सुरक्षा गेट तभी खुलेंगे, जब मेट्रो ट्रेनों का स्टेशन पर आगमन होगा. संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पटना मेट्रो द्वारा ये कार्य किया जाएगा.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने पटना मेट्रो के सभी प्लेटफॉर्मों की डिजाइनिंग में सुरक्षा गेट को शामिल किया है. डीएमआरसी के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली मेट्रो सहित कई स्टेशनों पर अचानक यात्रियों के प्लेटफॉर्म से ट्रैक पर कूदने की कई घटनाएं हुई हैं. आत्महत्या की प्रवृति से भी लोग ऐसा करते हैं. ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पटना में भी मेट्रो स्टेशनों पर पटरियों की बैरिकेडिंग का निर्णय लिया गया है.
कॉन्कोर्स एरिया में बिहार के कल्चर की झलक
डीएमआरसी अधिकारियों ने बताया कि पटना मेट्रो के 24 में से 12 स्टेशन अंडरग्राउंड बनाये जाने हैं. ये अंडरग्राउंड स्टेशन दो से तीन लेयर में होंगे. इनमें एक कोन्कोर्स लेवल होगा, जिस पर सुरक्षा जांच, टिकट काउंटर सहित अन्य सुविधाएं होंगी. इस लेवल पर कई प्राइवेट स्टॉल भी होंगे. कोन्कर्स एरिया में बिहार के कल्चर की झलक दिखेगी. यहां पर भोजपुरी, मगही, मिथिला, तिरहुत व अंग क्षेत्र की संस्कृतियों को दीवारों पर प्रदर्शित किया जायेगा.
सुरक्षा गेट:
- पटना मेट्रो के सभी स्टेशनों की पटरियों को सुरक्षा गेट से कवर किया जाएगा।
- ये गेट तभी खुलेंगे जब मेट्रो ट्रेन स्टेशन पर आएगी।
- यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
- दिल्ली मेट्रो सहित कई स्टेशनों पर यात्रियों द्वारा ट्रैक पर कूदने की घटनाएं हुई हैं।
बिहार संस्कृति की झलक:
- पटना मेट्रो के 24 में से 12 स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे।
- इनमें से एक कोन्कोर्स लेवल होगा, जहाँ सुरक्षा जांच, टिकट काउंटर और अन्य सुविधाएं होंगी।
- इस लेवल पर कई प्राइवेट स्टॉल भी होंगे।
- कोन्कर्स एरिया में बिहार की संस्कृतियों को दीवारों पर प्रदर्शित किया जाएगा।
- भोजपुरी, मगही, मिथिला, तिरहुत और अंग क्षेत्र की संस्कृतियों को दर्शाया जाएगा।