बिहार के बाहुबली और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह को पटना के बेऊर जेल से शुक्रवार की सुबह रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर आने पर उनके समर्थकों ने शाही अंदाज में उनका स्वागत किया। जेल प्रशासन द्वारा अनंत सिंह को सुबह 5:10 बजे एंबुलेंस से बाहर लाया गया, जहां पहले से ही बड़ी संख्या में समर्थक जमा थे।
अनंत सिंह को के-47 से जुड़े दो मामलों में पटना हाईकोर्ट ने बुधवार को सबूतों के अभाव में बरी करने का आदेश दिया था। इससे पहले पटना की सिविल कोर्ट ने उन्हें इस मामले में 10 साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद वे 2016 से बेऊर जेल में बंद थे। सजा के बाद उनकी विधायकी भी छिन गई थी।
रिहाई पर गरमाई सियासत
अनंत सिंह की रिहाई के बाद बिहार में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “जब अनंत सिंह जेडीयू के साथ नहीं थे तो उन्हें अपराधी कहा गया, और अब वे अपराधी नहीं रहे। नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वे किसे फंसाते हैं और किसे बचाते हैं, यह सबके सामने स्पष्ट हो गया है।”
बरहिया के लिए रवाना
जेल से रिहा होने के बाद अनंत सिंह पटना में नहीं रुके। वह सीधे अपने गांव बरहिया के लिए रवाना हो गए। पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि रिहाई के बाद अनंत सिंह अपने गांव लदमा जाएंगे, जहां वे सबसे पहले अपने कुलदेवता की पूजा करेंगे। पटना से लदमा के रास्ते में उनके स्वागत के लिए समर्थकों ने भव्य तैयारियां की थीं। अनंत सिंह की रिहाई और इसके बाद की राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आगामी दिनों में बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।