पटना में दानापुर के सगुना मोड़ इलाके में शुक्रवार को सीतामढ़ी के रामजी राय की हत्या कर दी गई। यह हत्या एक जमीन विवाद के चलते की गई है, जिसमें सीतामढ़ी का कुख्यात गैंगस्टर और तिहाड़ जेल में बंद विकास झा उर्फ कालिया का नाम सामने आया है।
वर्ष 2015 में शिवहर के कुख्यात गैंगस्टर संतोष झा की हत्या कोर्ट परिसर में कर दी गई थी, जिसके बाद कालिया ने संतोष झा के गैंग की कमान संभाल ली थी। संतोष झा का रिश्तेदार होने के साथ-साथ कालिया सीतामढ़ी में हुई कई अन्य घटनाओं, जैसे दो इंजीनियरों की हत्या और एके 56 हथियार की बरामदगी में भी शामिल रहा है। बताया जाता है कि वर्ष 2019 से कालिया तिहाड़ जेल में बंद है।
रामजी राय का आपराधिक इतिहास
रामजी राय उर्फ रामकुमार राय भी संतोष झा गैंग का सक्रिय सदस्य रहा है। वर्ष 2013 में उसने 60 हजार की सुपारी लेकर डीएसपी कार्यालय में तैनात एक चौकीदार की हत्या की थी। इस मामले में वह दो साल जेल में रहा और 2015 में जमानत पर छूटा। वर्ष 2016 में सोमल की हत्या में भी उसका नाम आया था।
इसके अलावा, सीतामढ़ी में डीडब्ल्यूडी शुभ नारायण दत्त की हत्या के मामले में भी रामजी राय आरोपित रहा है। सूत्रों के अनुसार, सीतामढ़ी में एक जमीन को लेकर रामजी राय का कालिया से विवाद हो गया था, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई।
वायरल हो रहा हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला पत्र
सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें विकास झा जिंदाबाद के नारे लगाए गए हैं। इस पत्र में खुद को प्रवक्ता राज झा बताते हुए लिखा गया है कि 16 अगस्त को पटना फोर्ड सर्विस सेंटर के पास कुख्यात अपराधी रामजी राय की हत्या की जिम्मेदारी ली जा रही है। इसमें कहा गया है कि सीतामढ़ी के डुमरा कल्याण पदाधिकारी की हत्या और व्यवसायियों में व्याप्त रामजी के डर को खत्म करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया। हालांकि, इस वायरल पत्र की पुष्टि प्रभात खबर द्वारा नहीं की गई है।