पटना में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। मनेर को छोड़कर दीघा, गांधी घाट और हाथीदह घाट पर गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार सुबह मनेर में जलस्तर 51.48 मीटर, दीघा में 50.32 मीटर, गांधी घाट में 48.96 मीटर और हाथीदह में 41.83 मीटर दर्ज किया गया। जबकि इन स्थानों पर खतरे का निशान क्रमशः 52 मीटर, 50.45 मीटर, 48.60 मीटर और 41.76 मीटर है।
गंगा का बढ़ता जलस्तर शहर के लिए खतरा बनता जा रहा है। मरीन ड्राइव के पास नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है। दीघा के पास लगभग 100 मीटर तक पानी आगे बढ़ चुका है। जेपी सेतु के नीचे का मैदान पूरी तरह डूब गया है। दीघा एसटीपी के पास भी पानी भर गया है। मेट्रो निर्माण कार्य के लिए बनाई गई जगह भी जलमग्न हो गई है।
गंगा का पानी कलेक्ट्रेट घाट तक पहुंच गया है और गंगा रिसर्च सेंटर के भवन के नीचे भी पानी घुस गया है। गांधी घाट पर तो स्थिति और भी गंभीर है। यहां गंगा का पानी घाटों को पार कर पाथवे तक पहुंच गया है।
जलस्तर में लगातार वृद्धि से शहरवासियों में दहशत का माहौल है। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। बाढ़ बचाव की तैयारियां की जा रही हैं। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।