पटना विश्वविद्यालय के संयुक्त छात्र मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। यह बैठक बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षाओं में व्याप्त अनियमितताओं और छात्रों के अधिकारों की सुरक्षा के मुद्दे पर केंद्रित रही।
प्रतिनिधिमंडल में गौतम आनंद, अनंत कुमार शाश्वत, ओसामा खुर्शीद, टाइगर राज, नवीन कुमार, नीरज यादव, एहतसाम, और मुद्दाबिर जैसे छात्र नेता शामिल थे। उन्होंने लालू प्रसाद यादव को BPSC परीक्षाओं में हालिया विवादों, परिणामों में गड़बड़ी, परीक्षा प्रक्रिया में देरी, और प्रशासनिक निष्क्रियता की विस्तृत जानकारी दी। लालू यादव ने छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि वे इस मामले को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और संबंधित विभागों के समक्ष पुरजोर तरीके से उठाएंगे। उन्होंने छात्रों के संघर्ष को न्यायसंगत बताया और कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए।
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प्रमुख मांगें
- BPSC परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
- परीक्षा प्रक्रिया में देरी समाप्त करने के लिए सख्त कदम उठाना।
- दोषी अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई।
- निष्पक्ष और समयबद्ध परीक्षा प्रणाली लागू करना।
- विवादित परीक्षाओं को रद्द कर पुनः परीक्षा आयोजित करना।
छात्र नेताओं ने स्पष्ट किया कि हालिया विवादित परीक्षाओं को रद्द करना ही न्याय का एकमात्र रास्ता है। उनका कहना था कि अनियमितताओं ने हजारों छात्रों का भविष्य प्रभावित किया है और पारदर्शी पुनः परीक्षा ही उनके साथ हुए अन्याय को समाप्त कर सकती है। संयुक्त छात्र मोर्चा ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने छात्रों के अधिकारों और न्याय की लड़ाई में पूरी प्रतिबद्धता जताई।
छात्र मोर्चा के प्रवक्ता ने कहा, “हमारे संघर्ष का उद्देश्य शिक्षा प्रणाली में सुधार और छात्रों के भविष्य की रक्षा करना है। सरकार को हमारी मांगों को गंभीरता से लेना चाहिए, अन्यथा आंदोलन अनिवार्य है।”