पटना नगर निगम शहर के सभी 75 वार्डों में नाला उड़ाही और कूड़ा प्वाइंट की गहन समीक्षा करने के लिए एक विशेष अभियान चलाने जा रहा है। यह अभियान 20 अप्रैल से शुरू होगा और 4 जून तक चलेगा, जो चुनाव समाप्त होने का समय है।
इस अभियान का उद्देश्य है शहर में नाला उड़ाही कार्य की गुणवत्ता का मूल्यांकन करना। अवैध कूड़ा प्वाइंट की पहचान करना और उन्हें हटाना। शहर को स्वच्छ और स्वस्थ रखना। इस अभियान के तहत प्रत्येक वार्ड के लिए एक विशेष टीम बनाई जाएगी। टीम का नेतृत्व संबंधित वार्ड के नोडल ऑफिसर करेंगे। टीम में नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारी शामिल होंगे।
पोस्टमार्टम प्रक्रिया:
- टीम नाले में बांस की फट्टी डालकर उड़ाही की गहराई और गुणवत्ता की जांच करेगी।
- उड़ाही किए गए नाले की लंबाई मापी जाएगी।
- यह देखा जाएगा कि नाले में कोई अवरोध तो नहीं है।
- नाले पर ग्रेडिंग सही तरीके से की गई है या नहीं, इसकी जांच होगी।
- नाले के मैनहोल और कैचपिट की स्थिति का आकलन किया जाएगा।
कूड़ा प्वाइंट का निरीक्षण:
- टीम हटाए गए कूड़ा प्वाइंट का निरीक्षण करेगी।
- यदि वहां फिर से कूड़ा फेंका गया है, तो निगम टीम जिम्मेदार लोगों को ढूंढकर उन पर जुर्माना लगाएगी और कूड़ा हटवाएगी।
रामनवमी के लिए विशेष सफाई:
- रामनवमी के अवसर पर, नगर निगम की 75 टीमें मंगलवार देर रात तक सभी 75 वार्डों में सफाई करती रहीं।
- डाकबंगला चौराहे से लेकर पटना जंक्शन तक महावीर मंदिर और बेली रोड में राजवंशीनगर स्थित हनुमान मंदिर के सामने विशेष सफाई अभियान चलाया गया।
नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने निर्देश दिया है कि बुधवार को भी पूरे दिन सफाई अभियान जारी रहेगा। यह अभियान शहर को स्वच्छ और स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। नगर निगम के नागरिक हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके लोग अवैध कूड़ा प्वाइंट और नाला उड़ाही से संबंधित शिकायत दर्ज करा सकते हैं। नगर निगम की वेबसाइट पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।