बिहार-नेपाल सीमा क्षेत्र से पटना पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने 8 मार्च 2023 को हुए जेठूली कांड के मुख्य आरोपी उमेश राय को गिरफ्तार किया है। यह घटना डेढ़ साल पहले पार्किंग विवाद को लेकर हुई थी, जिसमें पांच लोग घायल हो गए थे और तीन की मौत हो गई थी।
घटना के दौरान आरोप था कि उमेश राय के गुट के लोगों ने जेठूली गांव में 50 राउंड से अधिक गोलियां चलाईं थीं। गोलियों की बौछार से इलाके में सनसनी फैल गई थी। स्थानीय लोगों ने घटना के बाद आरोपी के घर, मैरिज हॉल और गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद से ही उमेश राय फरार था और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
गिरफ्तारी के बाद उमेश राय ने बताया कि घटना वाले दिन वह घर पर शिवरात्रि की पूजा में व्यस्त था। उन्होंने कहा, “मैं रुद्राभिषेक में बैठा था और पूजा हो रही थी। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोग उपद्रव करने आए थे। मैं और मेरा परिवार पूजा में शामिल थे। हमें इस मामले में फंसाया गया है।” राय ने यह भी दावा किया कि इस कांड में जितने लोग शामिल थे, उनका नाम गलत तरीके से जोड़ा गया है।
पटना पुलिस के डीएसपी निखिल कुमार ने बताया कि उमेश राय अक्सर नेपाल भाग जाता था और कई महीनों तक वहां छिपा हुआ था। पुलिस ने ह्यूमन इंटेलिजेंस और साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन के आधार पर नेपाल बॉर्डर एरिया से उसकी गिरफ्तारी की। वह 20 फरवरी 2023 से फरार था और गिरफ्तारी के समय मोतिहारी के अपने रिश्तेदार के घर पर ठहरा हुआ था।
डीएसपी ने यह भी जानकारी दी कि इस मामले में कुल 26 आरोपियों के खिलाफ जांच की गई, जिनमें से 15 की गिरफ्तारी हो चुकी है। एक आरोपी की मौत हो चुकी है, जबकि तीन पर नो कोर्सिव (बाह्य दबाव) लगाया गया है। 7 आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। साथ ही, कुर्की की कार्रवाई भी की गई है।
इस गिरफ्तारी के साथ पटना पुलिस को जेठूली कांड के आरोपियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है और पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।