बिहार की राजधानी पटना में जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की नई टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन अप्रैल में प्रस्तावित है। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का निर्माण कार्य फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। प्रयास किए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस टर्मिनल का उद्घाटन करें। इस संबंध में जानकारी पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को पटना हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता के दौरान दी। सांसद रविशंकर प्रसाद ने बताया कि पटना एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार भी योजना में शामिल है। पूर्व और पश्चिम दिशा में रनवे विस्तार के लिए शासन-प्रशासन सक्रिय है। इस विस्तार से विमानों के उतरने और उड़ान भरने में काफी सुविधा होगी, जिससे एयरपोर्ट की संचालन क्षमता में इजाफा होगा।
नई टर्मिनल बिल्डिंग में अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी। इसकी वार्षिक यात्री क्षमता 10 लाख होगी, जो वर्तमान में 2.3 लाख है। नई इमारत में एक समय में 4500 यात्री बैठ सकेंगे, जबकि मौजूदा क्षमता 1300 यात्रियों की है। टर्मिनल में आगमन और प्रस्थान क्षेत्र में दो-दो वीआईपी हॉल बनाए जाएंगे। इसके अलावा, 11 पार्किंग स्टैंड में से पांच एयरोब्रिज होंगे, जो यात्रियों के आवागमन को सुगम बनाएंगे।
बैठक में रविशंकर प्रसाद ने निर्देश दिया कि कार्गो स्टेशन में रेफ्रिजरेशन की व्यवस्था की जाए। इससे फल, फूल, बीज और सब्जियां संरक्षित रह सकेंगी। नालंदा, फतुहा और पटना में पान की खेती बड़े पैमाने पर होती है और इस सुविधा से इन उत्पादों को बाहर भेजना आसान होगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि नई टर्मिनल बिल्डिंग में बिहार की समृद्ध लोककलाओं और सांस्कृतिक विरासत को विशेष स्थान दिया जाए, ताकि राज्य की पहचान वैश्विक स्तर पर और मजबूत हो।
बैठक में समिति के सदस्यों ने पटना से रायपुर के लिए सीधी उड़ान शुरू करने की मांग की। इसके साथ ही नई टर्मिनल बिल्डिंग में कस्टम क्लीयरेंस सुविधा और एयरपोर्ट परिसर में स्तनपान कराने के लिए विशेष कक्ष की व्यवस्था की मांग भी उठाई गई।
बैठक के दौरान पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी अवकाश कुमार, सीआईएसएफ के सीनियर कमांडेंट ललित पवार, एयरपोर्ट के कार्यकारी निदेशक उमाशंकर सिंह, भूमि सलाहकार अशोक सिन्हा और विभिन्न विमानन कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यकारी निदेशक उमाशंकर सिंह ने पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से परियोजना की प्रगति की जानकारी दी।