पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने का एक और बयान सामने आाय है विदेश मंत्री दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में छात्रों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे मोदी सरकार ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया, जबकि लोगों ने बिल्कुल अलग-अलग धारणाएं बना रखी थीं।लोगों को तो 370 हटने का भी यकीन नहीं था, लेकिन आज हटा न। आज वहां भी बड़े शान से भारत का तिरंगा फहराया है,जहां पहले लोग सोचते थे। तो यकीन मानिए पीओके हमारा है और हम इसे हरहाल में लेकर रहेंगे।
JCB से फूलों की बारिश.. तो कहीं लगाए डांसर ने ठुमके….कुछ ऐसा रहा मीसा भारती का रोड शो
उन्होंने कहा, लोगों ने बस यही मान लिया था कि 370 को बदला नहीं जा सकता और यह ऐसी चीज है जिसे हमें स्वीकार करना होगा। अब एक बार जब हम इसे बदल देते हैं, तो पूरी जमीनी स्थिति बदल जाती है। इसके बाद उन्होंने कहा, “पीओके के संबंध में मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि संसद में एक प्रस्ताव है और देश की हर राजनीतिक पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पीओके, जो भारत का हिस्सा है, भारत को वापस मिल जाए। मैं एक बात जरूर कहना चाहता हूं कि 10 साल पहले या यहां तक कि 5 साल पहले भी लोग हमसे यह नहीं पूछते थे। जयशंकर ने कहा जब हमने 370 को खत्म कर दिया तो अब लोग समझते हैं कि पीओके भी महत्वपूर्ण है। पीओके कभी भी भारत से बाहर नहीं होगा। ओडिशा में एक कार्यक्रम में एक सवाल का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा था, “पीओके कभी भी इस देश से बाहर नहीं रहा है। यह इस देश का हिस्सा है। संसद का एक प्रस्ताव है कि पीओके पूरी तरह से भारत का हिस्सा है।