चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के एक बयान से जेडीयू के तमाम नेता उनपर भड़के हुए हैं। दरअसल प्रशांत किशोर अपनी जनसुराज यात्रा के दौरान चुनावी गुणा-गणित के बदौलत ही बिहार और केंद्र की सरकार पर हमलावर हैं। उनके बयान लगातार सुर्ख़ियों में रह रहे हैं। आज एक बार फिर उन्होंने जेडीयू को लेकर बड़ी बात कही जिसके बाद से जेडीयू के तमाम नेता उनसे खींज खाए हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले ही नीतीश कुमार ने ये प्लान बना लिया था कि प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर सीट जीत कर बाद में अलग हो जाएंगे। प्रशांत किशोर के इस खुलासे के बाद जेडीयू की तरफ से उनपर ताबड़तोड़ हमला किया जा रहा है।
नीतीश से हुई थी डील
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर लोकसभा सीट जीतकर अलग होने के प्लान में थे। प्रशांत किशोर ने अपने और नीतीश कुमार के बीच हुई डील के बारे में भी खुलासा किया। उन्होंने कहा कि 2019 में जेडीयू के पास महज दो सांसद थे। मैंने जुगत लगाकर बीजेपी से 17 सीट जेडीयू कोई दिलवाई थी। इस तरह बिना चुनाव लड़े ही भाजपा की 17 सीटें कम हो गई। उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव होने के बाद जब मैं नीतीश कुमार से मिलने गया तो उन्होंने पलटी मरने से इनकार कर दिया। नीतीश कुमार ने कहा था कि अभी रुकिए अभी मोदी का हवा लग रहा है, कुछ दिन बाद पलटी मारेंगे।
PK पर हमलावर जेडीयू
प्रशांत किशोर के खुलासे के बाद सबसे पहले जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि राजनीति करना प्रशांत किशोर के बस की बात नहीं हैं। उन्हें अपने सोशल साइट और अपने पेशे पर ध्यान देना चाहिए। राजनीतिक विषयों पर बात करना उनके बस का नहीं है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यदि वो हमारी पार्टी और नेता के खिलाफ कुछ बोलते हैं तो उससे कुछ भी नहीं होगा। वो क्या बोलते हैं इस बारे में चर्चा ही नहीं होनी चाहिए। वही जब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से प्रशांत किशोर के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने प्रशांत किशोर पहचानने से ही इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर कौन हैं?, मैं उनकी बातों का नोटिस नहीं लेता हूँ।