चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अपनी जन सुराज पद यात्रा में पूर्वी चंपारण पहुंचे हुए है। PK लगातार पश्चिम चम्पारण में बिहार सरकार की पोल खोलने में लगे हुए है। वह अपने जन संबोधन में कभी नीतीश कभी लालू यादव तो कभी तेजस्वी पर निशाना साधते है। इस बार प्रशांत किशोर ने अपने बयानों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लपेटे में लिया।
तारीफों के पूल बाधकर नीतीश लालू और नरेंद्र मोदी पर तंज
प्रशांत ने जन संबोधन में पहले तो लालू यादव का जिक्र किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जिस तरह लालू ने समाज को आवाज दी, लेकिन उन्होंने शिक्षा नहीं दी, भूमि नहीं दी। जिससे पिछड़े लोग आज भी पिछड़े रह गए। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश पर भी निशान साधा। उन्होंने नीतीश कुमार की प्रशंशा की, जिसमे उन्होंने नीतीश कुमार का सफल 7 साल का भी जिक्र किया। वही दूसरी तरफ 2014 में नीतीश कुमार के चुनाव में हार के बाद। नीतीश पर भी वही आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने भी हार के बाद और BJP में शामिल होने के बाद बिहार को उसी स्तिथि में छोर दिया। केवल समीकरण बना कर ही पड़ पर बने रहना उपाय है।
मोदी ने भी बिहार को पिछड़े स्तिथि में छोड़ दिया
प्रशांत का तीसरा जिक्र BJP और नरेंद्र मोदी पर गया। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी ने CM पद के लिए अपना कैंडिडेट ना चुन कर नीतीश कुमार को दुबारा ही सियासत की कुर्सी पर बैठाया। मोदी जी चाहते तो बिहार के विकास के लिए नए मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बैठाते।