जेडीयू में चल रही उथल-पुथल को लेकर तमाम राजनीतिक दलों की तरफ से जमकर प्रतिक्रियाएं आ रही है। उपेंद्र कुशवाहा वाले प्रकरण को लेकर सभी अपने-अपने तरीके से टिप्पणी कर रहे हैं। वही इन सब के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का भी बयान सामने आया है। एक बार फिर से उन्होंने बिहार की राजनीति को लेकर बड़ी भविष्वाणी की है। उन्होंने बिहार की वर्तमान राजनीतिक स्थिति को सिर्फ एक झांकी बताया है। उनका कहना है विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा।
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प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी
प्रशांत किशोर ने एकबार फिर महागठबंधन को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन बना था तब ही मैंने दो बात साफ कही थी। पहला ये कि ये गठबंधन बिहार स्पेस्फिक है इसका राष्ट्रीय राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि ये गठबंधन राष्ट्रीय राजनीति को ध्यान में रख कर नहीं बनाई गई है। इसमें राष्ट्रीय राजनीति के बड़े स्टॉक होल्डर शामिल नहीं है। ये गठबंधन नीतीश कुमार ने अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए बनाई है। दूसरी बात ये मैंने कही थी कि आने वाले विधानसभा का चुनाव आज कि व्यवस्था में नहीं होगा। अभी कौन किधर भागेगा ये भी कोई नहीं जनता है। लेकिन आज जो व्यवस्था है जिसमें 7 दल एक ओर है और बीजेपी दूसरी ओर है वही कुछ छूटे-फूटे इधर-उधर घुम रहे हैं, ऐसा नहीं रहेगा। इस व्यवस्था में अमूल-चूल परिवर्तन आएगा। ये अभी छोटी-मोटी झांकी देखने को मिल रही है।
महागठबंधन पर ये बोले PK
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने पहली बार 2015 में महागठबंधन बनवाया था इसलिए मुझे उसके बारे में सब पता है। मुझे पता है कि महागठबंधन को बनाने में क्या समस्याएं हैं, उसे चलाने में क्या परेशानी आती है, उसे चलाने के लिए किस तरह के समय और एफर्ट की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उस समय सिर्फ तीन दलों का महागठबंधन था आज सात दलों का गठबंधन है। जिसमें कोई भी ऐसा नहीं है जो सातों दलों को एकसाथ बैठकर बात कर सके। खास कर के नीतीश कुमार कभी भी ऐसा नहीं किया है।
‘जन सुराज राजनीतिक दल बना तो…‘
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज कोई तीसरा या चौथा मोर्चा नहीं बनेगा, बल्कि कोई दल अगर हमलोग बनाएंगे तो सिर्फ वही एक मोर्चा बिहार में बचेगा। हम उनमें से नहीं है जो लड़ने के लिए नहीं लड़ते हैं, बल्कि हम जीतने के लिए आए हैं। अगर जन सुराज दल बनेगा तो, बिहार की राजनीति में जन सुराज ही एक दल बचेगा। आपको एहसास नहीं की हम कितनी बड़ी व्यवस्था बना रहे हैं। अगर लोग मिलकर जन सुराज को एक राजनीतिक दल बनाएंगे तो उसे जिताने के चिंता करने की जरूरत नहीं है।