प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज बिहार दौरे पर हैं। वह एनडीए प्रत्याशियों के लिए तीन जनसभाएं कर रहे हैं। वह मुस्लिम आरक्षण और संविधान को लेकर विपक्ष पर निशाना साध रहे हैं। इस दौरान उन्होंने विपक्ष को ‘मुजरा’ करने की बात कह दी। अब उनके इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का दिन प्रतिदिन जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है वैसे भाषा में भारी गिरावट आ रही है। ऐसी भाषा बोल रहे हैं कि उनके जो समर्थक हैं उनको भी पसंद नहीं आ रहा है।
प्रधानमंत्री को संविधान का बेसिक ज्ञान भी नहीं
पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बिहार है लोकतंत्र की जननी है। प्रधानमंत्री को संविधान का बेसिक ज्ञान भी नहीं है। प्रधानमंत्री से पूछिए कि हमने लगभग पांच बार पत्र लिखा जाति आधारित गणना करने का पूरे देश में। हमारा पूरा डेलिगेशन उनसे मिलने के लिए गया हुआ था। हम खुद एक घंटा तक प्रधानमंत्री से बात किये थे कि जाति आधारित गणना हो। उन्होंने तो मना कर दिया लेकिन फिर भी हमारी 17 महीने की सरकार में हम लोगों ने जाति आधारित गणना कराई और 75% आरक्षण की सीमा बढ़ाई।
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प्रधानमंत्री जी संविधान के बेसिक ज्ञान को समझाइए जानिए। यह वही मोदी जी हैं जिन्होंने आरक्षण को खत्म करने का प्रयास किया था। तेजस्वी ने प्रधानमंत्री मोदी के झूठ को मीडिया के सामने दिखाया। गुजरात में मुसलमानों की 25 जातियों को आरक्षण मिला है। अब इसमें लिस्ट बाय नाम भी है जो मुसलमान जाति से हैं। प्रधानमंत्री जी आप 13 साल से गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं। आपको यह नहीं पता कि वहां आरक्षण मिल रहा है और क्यों मिल रहा है।
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तेजस्वी यादव ने कहा कि अब मोदी जी के पास बोलने को कुछ बचा नहीं है। बेचारे बूढ़े हो चुके हैं। कुछ भी ऊलजुलूल बातें बोल रहे हैं। इतनी गर्मी हो रही है सब पोखर सूख गया है और जब कीचड़ नहीं हो रहा है तो फिर कमल कहां खिलेगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि मोदी जी से हम पूछना चाहते हैं कि कोई भारत का शासित प्रदेश है जहां इतना आरक्षण है। झूठ बोलने से काम चलने वाला नहीं है। यह बिहार है बिहार के लोग सामाजिक रूप से बड़े जागरुक हैं। पॉलिटिकल लोग हैं। यहां झूठ और फरेब के प्रचार से कुछ काम चलने वाला नहीं है।